राकेश चतुर्वेदी, भोपाल। मध्यप्रदेश में बहुचर्चित नेमावर हत्याकांड के पीडि़तों को न्याय दिलाने निकली न्याय यात्रा को राजभवन में प्रवेश नहीं दिया गया। इतना ही नहीं भोपाल पहुंची नेमावर न्याय यात्रा के प्रतिनिधि मंडल के सदस्यों को राज्यपाल से मुलाकात भी नहीं करने दिया गया। इससे नाराज कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह और पूर्व मंत्री पीसी के सामने ही राज्यपाल मुर्दाबाद के नारे लगाए। वहीं इस मामले में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने बड़ा दिया है।

बता दें कि मंगलवार को प्रदेश की बहुचर्चित नेमावार हत्याकांड की पीडि़तों को न्याय दिलाने निकली न्याय यात्रा भोपाल पहुंची। न्याय कांग्रेस भवन पहुंची जहां से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह और पूर्व मंत्री पीसी शर्मा के नेतृत्व में यात्रा राजभवन पहुंची। यहां कांग्रेस कार्यकर्ताओं को राजभवन पहुंचने के पहले बेरिकेङ्क्षडर लगाकर रोक दिया गया। इतना ही नहीं कांग्रेस प्रतिनिधि मंडल को राज्यपाल से मिलने भी नहीं दिया गया। इससे नाराज कार्यकर्ताओं की सुरक्षा में तैनात पुलिस अधिकारियों से जमकर बहस हुई। बहस के बाद कार्यकर्ताओं ने राजभवन के सामने ही राज्यपाल मुर्दाबाद के नारे लगाए गए।

कोविड-19 प्रोटोकॉल के कारण नहीं हुई राज्यपाल से मुलाकात
वहीं इस मामले में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने बड़ा दिया है। उन्होंने कहा कि राज्यपाल संवैधानिक पद पर बैठे हैं। कोरोना में उनका अपना प्रोटोकॉल है। सज्जन सिंह वर्मा बताएंगे उनको क्या प्रोटोकॉल पालन करना है। इसपर कड़ी कार्रवाई होना चाहिए। जिस प्रकार राज्यपाल के लिए मुर्दाबाद के नारे दिग्विजय सिंह ने खड़े होकर लगवाए हैं और सज्जन सिंह वर्मा ने बेहूदा शब्दों का इस्तेमाल किया है। इनके खिलाफ सरकार को कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। मैं ऐसी मांग करता हूं। नेमावर हत्याकांड बेहद गंभीर घटना है। उसमें सरकार ने प्रभावी कार्रवाई की है। कोई नहीं बचा है, सब जेल चले गए हैं। सीबीआई इजांच की घोषणा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने की है।

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