नई दिल्ली। केजरीवाल सरकार की पब्लिक-फर्स्ट नीतियों की बदौलत दिल्ली दिन-ब-दिन हरी-भरी होती जा रही है. पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि वृक्षारोपण में 18 वर्ग किमी की वृद्धि हुई है. उन्होंने कहा कि दिल्ली का हरित क्षेत्र पिछले 2 वर्षों में अपने भौगोलिक क्षेत्र 21.88 प्रतिशत से बढ़कर 23.06 प्रतिशत हो गया है. दिल्ली में केजरीवाल सरकार मार्च 2022 तक 33 लाख पौधे लगाएगी.

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गोपाल राय ने कहा कि केजरीवाल सरकार की पर्यावरण हितैषी और प्रगतिशील नीतियों की आज केंद्र सरकार की रिपोर्ट ने भी पुष्टि कर दी है. केंद्रीय पर्यावरण मंत्री ने आज राज्य वन रिपोर्ट (एसएफआर) – 2021 जारी की. भारतीय वन सर्वेक्षण, केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय द्वारा रिपोर्ट तैयार की गई है. इस रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली का ग्रीन कवर एसएफआर 2019 की तुलना में लगभग 18 वर्ग किमी की वृद्धि हुई है. उन्होंने कहा कि एसएफआर 2019 के अनुसार दिल्ली का ट्री कवर 129 वर्ग किमी था, जो अब बढ़कर 147 वर्ग किमी हो गया है, यानी 2 साल के भीतर 18 वर्ग किमी की वृद्धि हुई है. समग्र ग्रीन कवर (वन कवर + ट्री कवर) अब 342 वर्ग किमी (एसएफआर 2021 के अनुसार) है, जो पहले 324.44 वर्ग किमी था. इस प्रकार, हरित क्षेत्र में 17.5 वर्ग किमी की शुद्ध वृद्धि हुई है. पिछले 2 वर्षों यानी 2019-2021 में दिल्ली के कुल भौगोलिक क्षेत्र का‌ हरित क्षेत्र 21.88 फीसदी से बढ़कर 23.06 फीसदी हो गया है.

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पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि मध्यम घना जंगल क्षेत्र 56.42 वर्ग किमी से 56.60 वर्ग किमी हो गया है. बहुत घने जंगल (6.2 वर्ग किमी) में कोई बदलाव नहीं हुआ है. खुला जंगल जो 132.30 वर्ग किमी था, वो 131.68 वर्ग किमी हो गया है. गौरतलब है कि दिल्ली सरकार का लक्ष्य मार्च 2022 तक 33 लाख पौधे लगाने का है. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में दिल्ली वृक्षारोपण नीति शुरू करने वाला पहला शहर बन गया है, जिसके तहत पेड़ भी ट्रांसप्लांट किए जाएंगे, साथ ही साथ 10 नए पौधे भी लगाए जाएंगे.