कर्ण मिश्रा, ग्वालियर। मध्यप्रदेश में सर्दी का सितम जारी है। पूरे प्रदेश में शीतलहर चल रही है। प्रदेश के विभिन्न जिले शीतलहर की चपेट में है। ग्वालियर में कंपकंपा देने वाली शीत लहर के साथ कोहरे ने पूरे शहर को अपने आगोश में ले लिया है। यही वजह है कि दृश्यता भी महज 20 मीटर रह गयी है। लोग दिन में ही वाहनों की लाइट जलाकर चलने को मजबूर है। दूसरी ओऱ जहां हर रोज ग्वालियर महानगर की सड़कों पर सुबह से ही चहल कदमी शुरू हो जाती थी, अब कड़ाके की ठंड के चलते मानों ठंडेबस्ते में चली गयी हो।
ग्वालियर में मौसम के इस मिजाज के कारण हाड़ कपाने वाला जाड़ा पड़ रहा है, सुबह, दोपहर हो या शाम ठंड का कोहराम मचा हुआ है। मौसम विभाग के अनुसार ग्वालियर का न्यूनतम तापमान 3.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। सर्दी से कुछ राहत पाने के लिए ग्वालियर चंबल संभाग को अभी 24 घंटे से ज्यादा वक्त का इंतजार करना होगा क्योंकि नए पश्चिमी विक्षोभ के अफगानिस्तान पर सक्रिय होने के कारण आम लोगों को सर्दी से थोड़ी लेकिन कम वक्त के लिए राहत नसीब हो सकती है।
दतिया जिले में कोहरा छाने और धूप न निकलने से ठंड बढ़ी है। यहां न्यूनतम तापमान पहुंचा 4.0 डिग्री पर और अधिकतम तापमान 16.2 डिग्री है। ठंड से बचने के लिए लोग ले रहे हैं अलाव का सहारा।
नीमच में भी कोहरे का कहर
आकाश श्रीवास्तव, नीमच। शहर में कड़ाके की ठंड और शीतलहर जारी है। ठिठुरन वाली ठंड के बीच कोहरे का सितम भी जारी है। मौसम विभाग के अनुसार अभी मध्यप्रदेश में दो-तीन दिन और कड़ाके की ठंड रहने वाली है। नीमच में कड़ाके की ठिठुरन वाली ठंड के बीच कोहरे का सितम जारी है। सुबह शाम घना कोहरा देखने को मिल रहा है। वही लोग ठंड से बचाव के लिए अलाव का सहारा ले रहे हैं। कोहरे की वजह से विजिबिलिटी कम हो गई है सड़कों पर दिखाई देना कम हो गया है। जिसकी वजह से सड़कों पर गाडिय़ों की रफ्तार धीमी हो गई है।
सर्द हवाओं के साथ कोहरे की मार
अंकित तिवारी, रायसेन। इन दिनों क्षेत्र में कड़ाके की सर्दी पड़ रही है और तापमान 5 डिग्री के आसपास बना हुआ है। तेज सर्द हवाओं के साथ कोहरे की मार से लोग परेशान हैं। नगर परिषद द्वारा क्षेत्र में ना ही अलाव की व्यवस्था की जा रही है और ना ही यहां कोई रैन बसेरा की व्यवस्था है। नर्मदा अंचल क्षेत्र होने की वजह से यहां हमेशा नर्मदा परिक्रमा के लिए लोगों की आवाजाही लगी रहती है। लोगों को सर्दी से बचने के लिए नगर में कोई इंतजाम नहीं है। असहाय व जरूरतमंद लोग यहां वहां सर्द हवाओं से ठिठुरते हुए अपनी रात बिता रहे हैं।
उदयपुरा के कांग्रेस विधायक देवेंद्र पटेल ने कहा कि हमारे प्रस्ताव में रेन बसेरा के साथ और भी कई काम थे। कांग्रेस की सरकार गिर जाने के कारण पूरा नहीं हो पाए। साथ ही कोरोना महामारी के कारण भी कई काम अवरुद्ध हुए हैं।
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