नई दिल्ली। दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में कमी देखी जा रही है, हालांकि बाजारों पर Odd-Even का नियम लागू होने पर दिल्ली कांग्रेस ने राज्य सरकार को घेरा. कांग्रेस के मुताबिक, दिल्ली में जल्दबाजी और बिना सोचे समझे बाजारों में ऑड-ईवन के अनुसार दुकान बंद रखने और वीकेंड लॉकडाउन का निर्णय लिया गया, जिससे व्यापारियों को नुकसान हो रहा है.

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दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अनिल कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सत्ता के लालच और दूसरे राज्यों में चुनावी पर्यटन के लिए दिल्ली में जल्दबाजी और बिना सोचे-समझे बाजारों में ऑड-ईवन के अनुसार दुकान बंद रखने और वीकेंड लॉकडाउन का निर्णय लिया, जिससे व्यापारियों का नुकसान हो रहा है. सरकार के निर्णय के बाद बाजार में प्रत्येक दुकान को सिर्फ 2-3 दिन ही खोलने का मौका मिल पा रहा है, जिससे दुकानदारों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है. कांग्रेस ने कहा कि दिल्ली सरकार को तुरंत व्यापारियों के हित में ऑड-ईवन को खत्म करके सभी दुकानों को खोलने का निर्णय लेना चाहिए.

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इससे पहले इन नियमों पर दिल्ली में सदर बाजार ट्रेडर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश कुमार की अगुवाई में दुकानदारों ने विरोध प्रदर्शन भी किया था. दुकानदारों के अनुसार, पिछले 2 साल से हुए नुकसान की अब तक भरपाई नहीं हो पाई है और पहले से ही वीकेंड लॉकडाउन लगता है, ऐसे में Odd-Even का नियम लागू होने से और परेशानी हो रही है. अनिल कुमार ने आगे कहा कि ऑड-ईवन नीति लागू करने से व्यापारियों को हो रहे नुकसान के लिए राज्य सरकार पूरी तरह जिम्मेदार है, क्योंकि सामाजिक दूरी का पालन कराने के लिए दुकानदार नहीं बल्कि प्रशासन जिम्मेदार है.

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कांग्रेस के अनुसार, कोरोना संकट के समय दिल्ली सरकार द्वारा लिए गए व्यापारियों के विरोध में निर्णय की दिल्ली कांग्रेस निंदा करती है और यह मांग करती है कि जल्द से जल्द दिल्ली में सभी बाजारों में सभी दुकानों को खोलने की इजाजत दी जाए, ताकि दुकानदार और यहां काम करने वाले लोगों की अजीविका प्रभावित न हो.