शब्बीर अहमद, भोपाल। कोरोना संक्रमण (corona infection) के कारण 73वां गणतंत्र दिवस ( 73rd Republic Day) कार्यक्रम को छोटा कर दिया गया है। वहीं अब इस बार गणतंत्र दिवस ( Republic day) में अश्वारोही दस्ता भी देखेने को नहीं मिलेगा। घोड़ों में ग्लैंडर्स बीमारी का प्रकोप दिखने के बाद गणतंत्र दिवस मुख्य आयोजन में शामिल नहीं करने का निर्णय लिया गया है। पशुपालन विभाग (वेटरनरी डिपार्टमेंट) ने पत्र जारी कर किसी भी आयोजन में घोड़ों के शामिल नहीं करने की सलाह दी है। इसके बाद राज्य शासन ने भी घोड़ों को शामिल नहीं करने का निर्णय लिया है।
दरअसल ग्लैंडर्स बिमारी एक जानलेवा संक्रामक रोग है। यह घोड़ों में तेजी से फैलता है। ग्लैंडर्स बिमारी से संक्रमित घोड़ों के संपर्क में आने वाला इंसान भी उसकी चपेट में आ जाता है। इसके कारण राज्य शासन ने गणतंत्र दिवस कार्यक्रम में घोड़ों को शामिल नहीं करने का निर्णय लिया है। ़
क्या होता है ग्लैंडर्स बीमारी
ग्लैंडर्स घोड़ों की प्रजातियों में एक जानलेवा संक्रामक रोग है। इसमें घोड़े की नाक से खून बहना, सांस लेने में तकलीफ, शरीर का सूख जाना, पूरे शरीर पर फोड़े या गाठें आदि लक्षण हैं। यह बीमारी दूसरे पालतू पशु में भी पहुंच सकती है। दरअसल यह बीमारी बरखोडेरिया मैलियाई नामक जीवाणु से फैलती है। यह बीमारी होने पर घोड़े को वैज्ञानिक तरीके से मारना ही पड़ता है।
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मनुष्यों पर ग्लैंडर्स का कितना और क्या प्रभाव पड़ता है
घोड़ों से मनुष्यों में यह बीमारी आसानी से पहुंच जाती है। जो लोग घोड़ों की देखभाल करते हैं या फिर उपचार करते हैं, उनको त्वचा, नाक, मुंह और सांस के द्वारा संक्रमण हो जाता है। मनुष्यों में इस बीमारी से मांस पेशियों में दर्द, छाती में दर्द, मांसपेशियों की अकडऩ, सिरदर्द और नाक से पानी निकलने लगता है।
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