रायपुर. बस्तर में नक्सली घटनाओं पर मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह ने कहा है कि इन घटनाओं से नक्सलियों की बौखलाहट दिख रही है. उन्होंने कहा कि नक्सली बाराती बसों, स्कूल बसों को जलाने और आदिवासियों को प्रताड़ित करने लगे हैं. यही नक्सलियों की उल्टी गिनती की शुरुआत है.

गौरतलब है कि हाल के कुछ दिनों में नक्सलियों ने ऐसी वारदातों को अंजाम दिया है जिससे आम आदमी को प्रताड़ना झेलनी पड़ी है. कुछ दिन पहले पहली बार जागरगूंडा और जगदलपुर के बीच 12 साल बाद बस सेवा शुरु की गई थी जिसे नक्सलियों ने जनवरी में आग के हवाले कर दिया था.

नक्सल इलाकों में सरकार की उपस्थिति नहीं होने का प्रमाण- भूपेश बघेल

इधर इस मामले में पीसीसी चीफ भूपेश बघेल ने कहा है कि जब-जब ऐसी घटनाएं होती है, सरकार का जुमला चलता है कि नक्सलियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेंगे. नक्सली शांत होते है तो कहते है पीछे धकेल दिया. नक्सल इलाक़ों में सरकार की उपस्थिति नहीं है इसका ये प्रमाण है.

दिसंबर माह से नक्सली इस तरह की कई घटनाओं को अंजाम दे चुके हैं-

  • 20 दिसंबर की शाम इंजरम-भेज्जाी मार्ग पर कोत्ताचेरू के पास सड़क निर्माण में लगी टिप्पर फूंक दी थी.
  • 21 दिसंबर को नक्सलियों ने किस्टराम के कासाराम में सड़क निर्माण में लगे दो दर्जन से ज्यादा वाहनों में आगजनी की थी.
  • 22 दिसंबर को माओवादियों ने दोरनापाल-जगरगुंडा मार्ग पर पोलमपल्ली और कांकेरलंका के पास पिकअप वाहन को आग के हवाले कर दिया था.
  • 24 दिसंबर को नक्सलियों ने कोंटा से लगभग साढ़े तीन किमी दूर एनएच-30 पर चिखलगुड़ा के पास स्कॉर्पियो व बाइक को आग के हवाले कर दिया था.
  • 13 जनवरी को जागरगूंडा जाने वाली बस को आग के हवाले किया.