अजय दुबे, सिंगरौली। सिंगरौली जिले के गोंदवाली स्थित त्रिमूला कंपनी (Trimula Company) के बॉयलर में फंसने से घायल मजदूर की मौत हो गई है। इसके बाद मृतक की पत्नी और उसके परिजन मुआवजे सहित कई मांगों को लेकर त्रिमूला कंपनी के बाहर शव रखकर प्रदर्शन कर रहे हैं। जिसके बाद मृतक के परिजनों के साथ झूमा झपटी कर त्रिमूला कंपनी से मृतक के परिजनों और विस्थापित भास्कर मिश्रा को गेट के बाहर कर दिया गया। इससे मजदूर आक्रोशित हो गए हैं। कंपनी के बाहर जमकर हंगामा हो रहा है। पुलिस बल मौके पर पहुंचकर मामला को शांत करने की कोशिश में लगा है। 

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बता दें कि जिले में स्थापित त्रिमुला इंडस्ट्री में बीते दिनों 14 जनवरी मकर संक्रांति के त्योहार के दिन कंपनी के मैनेजर कमल पाठक ने केमला साहू को कंपनी में बुलाया था। जहाँ कंपनी प्रबंधन की लापरवाही और सुरक्षा चूक के कारण केमला साहू बॉयलर में गिर पड़ा था। इसके बाद कंपनी ने उसे बनारस अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया और कल शाम उसकी मौत हो गई।

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जब केमला साहू का शव उनके परिजनों को मिला तो उसकी पत्नी सहित परिजनों ने शव को कंपनी के गेट पर रखकर विरोध प्रदर्शन करने कर उचित मुआवजे की मांग करने लगी।तब कंपनी प्रबंधन ने पुलिस के साथ मिलकर जबरन कुछ परिजनों को लेजाकर समझौता करने का दबाब बनाया। तब उसकी पत्नी और परिजनों ने विरोध किया तब मोरवा एसडीओपी राजीव पाठक, बरगवां निरीक्षक आरपी सिंह ने जबरन शव को कंपनी के गेट के बाहर भेज विस्थापितों सहित विस्थापित नेता भास्कर मिश्रा से मारपीट की।

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घटना स्थल पर पहुंची तहसीलदार जान्हवी शुक्ला ने विस्थापितों की बातें स्वीकार करने की बात कही है। वहीं दूसरी ओर पुलिस के इस व्य़वहार से मजदूर के परिवार और परिजन बेहद आक्रोशित हैं।

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