नई दिल्ली। गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में कश्मीर का झंडा फहराने की धमकी दी गई है. इसे लेकर सुप्रीम कोर्ट के वकीलों को गुमनाम नंबर से रिकॉर्डेड यानी ऑटोमेटेड कॉल आया है. सुप्रीम कोर्ट के कुछ एडवोकेट ऑन रिकॉर्ड (एओआर) को किए गए कॉल में कॉलर ने खुद को इंडियन मुजाहिदीन के सदस्य होने का दावा किया. उसने कहा कि कश्मीर से अनुच्छेद-370 को निरस्त करने के लिए सुप्रीम कोर्ट उतना ही जिम्मेदार है जितना कि मोदी सरकार.

Republic Day: सुरक्षा के चलते आम जनता के लिए बंद रहेगा लाल किला, IGI हवाई अड्डे पर परिचालन भी रहेगा बंद

 

बता दें कि इससे पहले भी सुप्रीम कोर्ट के वकीलों को गुमनाम नंबर से कॉल मिले थे. इस महीने की शुरुआत में वकीलों को यूनाइटेड किंगडम और कनाडा में गुमनाम नंबरों से कॉल आए थे, जिसमें पंजाब के हुसैनीवाला फ्लाईओवर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में चूक की जिम्मेदारी ली गई थी. उस वक्त कॉलर ने ‘सिख फॉर जस्टिस’ का सदस्य होने का दावा किया था. तब सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीशों को एक गैर सरकारी संगठन ‘लॉयर्स वॉयस’ द्वारा दायर जनहित याचिका पर सुनवाई से परहेज करने की चेतावनी भी दी गई थी. लॉयर्स वॉयस’ ने पीएम की सुरक्षा भंग की जांच की मांग की थी.

 

गणतंत्र दिवस से पहले दिल्ली में 27 हजार से अधिक सुरक्षाकर्मी तैनात

इधर दिल्ली के पुलिस आयुक्त राकेश अस्थाना ने कहा कि गणतंत्र दिवस के मद्देनजर राष्ट्रीय राजधानी में 27,000 से अधिक कर्मियों को तैनात किया गया है. दिल्ली पुलिस प्रमुख राकेश अस्थाना ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि दिल्ली में कुल 27,723 जवानों को तैनात किया गया है. उन्होंने आगे कहा कि कुल बल में 71 पुलिस उपायुक्त (डीसीपी), 213 एसीपी, 713 निरीक्षक, दिल्ली पुलिस कमांडो, सशस्त्र बटालियन अधिकारी और जवान और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल की 65 कंपनियां शामिल हैं.