बेंगलुरू। कर्नाटक में सत्तारूढ़ भाजपा अपने ही वरिष्ठ नेता बसवना गौड़ा पाटिल यतनाल के उस बयान से बौखला गई है, जिसमें उन्होंने कहा है कि राज्य में चुनाव की घोषणा के बाद मौजूदा कैबिनेट मंत्री कांग्रेस में शामिल होने को तैयार हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष डी.के. शिवकुमार और विपक्ष के नेता सिद्धारमैया ने यतनाल के बयानों का समर्थन किया और कहा कि वास्तव में वर्तमान मंत्रियों सहित भाजपा के विधायक उनके संपर्क में हैं, जिससे भाजपा का संकट और बढ़ गया है। पार्टी मामले को लेकर संजीदगी से काम कर रही है।
भाजपा विधायक और वरिष्ठ नेता राज्य में चार रिक्त पदों के लिए तत्काल मंत्रिमंडल विस्तार की मांग कर रहे हैं। पार्टी के सूत्रों का कहना है कि हालांकि आलाकमान उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और मणिपुर में चुनाव और आगामी बजट सत्र की तैयारियों में व्यस्त है, लेकिन वह कर्नाटक में हो रहे घटनाक्रम पर नजर रखे हुए है।
विधायक यतनाल ने कहा है कि कांग्रेस और जद (एस) से आए भाजपा के मंत्री चुनाव के समय भाजपा छोड़ देंगे और कांग्रेस में शामिल हो जाएंगे। यतनाल ने कहा है कि राज्य के नेता उत्तर प्रदेश के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के नक्शेकदम पर चलेंगे, जो भाजपा कैबिनेट छोड़कर समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए थे।
नेता पहले ही कांग्रेस अध्यक्ष शिवकुमार से बात कर चुके हैं। उन्होंने कहा, “हमारे पास इसकी जानकारी है। चुनाव की घोषणा के बाद, वे भाजपा से इस्तीफा दे देंगे। पार्टी तब कुछ नहीं कर पाएगी। उन्हें अभी कार्य करना होगा और मंत्रिमंडल का विस्तार करना होगा।”
शिवकुमार ने कहा कि गोपनीयता बनाए रखना राजनीति का हिस्सा है। पास आने वालों का ब्योरा देना संभव नहीं है। इस मामले पर मीडिया से चर्चा नहीं हो सकती है। उन्होंने कहा कि भाजपा नेता जानते हैं कि उनकी पार्टी के भीतर क्या हो रहा है। सिद्धारमैया ने कहा कि भाजपा विधायक उनके संपर्क में हैं और वह अब उनके नामों का खुलासा नहीं करेंगे।
पार्टी सूत्रों ने बताया कि आलाकमान के निर्देश पर सत्तारूढ़ भाजपा मंत्रिमंडल विस्तार की भाजपा विधायकों की मांग के मुद्दे को लेकर सावधानी से चल रही है। मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने उनकी मांगों का बचाव करते हुए कहा कि उन्हें कैबिनेट सीट मांगने का पूरा अधिकार है और आलाकमान को भी इसके बारे में पता है।