लखनऊ. सपा ने 159 प्रत्याशियों की सूची जारी की है. सपा प्रमुख अखिलेश सिंह यादव मैनपुरी की करहल सीट से ही चुनाव लड़ेंगे. वहीं, सीतापुर जेल में बंद आजम खान को रामपुर से टिकट दिया गया है. आजम के बेटे अब्दुल्ला को स्वार सीट से सपा ने मैदान में उतारा है. अब्दुल्ला 10 दिन पहले ही जमानत पर जेल से बाहर आए हैं.

भाजपा छोड़कर सपा में आए स्वामी प्रसाद मौर्या के बेटे उत्कृष्ट मौर्या को टिकट नहीं दिया गया है. वह ऊंचाहार सीट से टिकट चाहते थे. उनकी जगह अखिलेश ने अपने पुराने साथी मनोज पांडेय को मैदान में उतारा है.

मुस्लिम-यादव समीकरण को साधा

सपा ने 159 नामों की लिस्ट में ‘एमवाई’ यानी मुस्लिम-यादवों के समीकरण को साधने का पूरा प्रयास किया गया है. पार्टी ने 31 मुस्लिमों और 20 यादव प्रत्याशियों को मैदान में उतारा है. पार्टी का फोकस इस बार ओबीसी पर सबसे ज्यादा रहा है. सपा ने 159 में से 20 यादव समेत कुल 66 ओबीसी प्रत्याशियों को टिकट दिए हैं.

11 महिलाओं को टिकट

सपा ने 11 महिलाओं को भी टिकट दिया है. इनमें चंदौसी से कुमारी बिमलेश, असमौली से मौजूदा विधायक पिंकी सिंह, छर्रा सीट से लक्ष्मी धनगर, फतेहाबाद सीट से रुपाली दीक्षित, बरेली कैंट सीट से सुप्रिया ऐरन को टिकट दिया है. सुप्रिया दो दिन पहले ही कांग्रेस छोड़कर सपा में आई हैं.

वहीं, पूरनपुर सीट से आरती, गोपामऊ से राजेश्वरी देवी, उन्नाव की मोहान सीट से आंचल एस वर्मा, फर्रुखाबाद से सुमन मौर्य, हमीरपुर जिले की राठ सीट से चंद्रवती और फतेहपुर की हुसैनगंज सीट से उषा मौर्य को उतारा है. वहीं, एससी कैटेगरी के 32 उम्मीदवारों को टिकट दिया है. इसके अलावा, 9 वैश्य/कायस्थ, 5 ठाकुर और 11 ब्राह्मण, 3 सिख और दो अन्य प्रत्याशी को टिकट दिया है.

बसपा से आए 3, कांग्रेस और भाजपा से आए 2-2 नेता को टिकट

सपा ने दूसरे दलों से आए नेताओं पर कम भरोसा जताया है. बसपा से आए तीन नेताओं में तिलक चंद्र अहिरवार को झांसी से, द्दू प्रसाद को नरैनी से और आरएस कुशवाह को निघासन सीट से प्रत्याशी बनाया है. इसके अलावा, कांग्रेस से आए अंकित परिहार को उन्नाव की भगवंतनगर से सुप्रिया ऐरन को बरेली कैंट से टिकट दिया है.

वहीं, भाजपा से आए पूर्व मंत्री धर्मसिंह सैनी को सहारनपुर की नकुड़ से उतारा है. रोशनलाल वर्मा को शाहजहांपुर की तिलहर सीट से प्रत्याशी बनाया है.

कैराना से नाहिद हसन को ही मैदान में उतारा

कैराना से पार्टी ने पलायन मामले में आरोपी रहे नाहिद हसन को ही मैदान में उतारा है. बताते चलें कि नाहिद हसन के जेल जाने के बाद उनकी बहन इकरा हसन के चुनाव लड़ने की चर्चाएं लगातार चल रही थी. सोमवार को सभी अटकलों पर विराम लग गया. कैराना विधानसभा क्षेत्र से नाहिद हसन ही समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय लोकदल के संयुक्त उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ेंगे.

भाजपा ने कहा- लिस्ट में अखिलेश का पाकिस्तान प्रेम दिख रहा है

सपा की सूची जारी होते ही भाजपा ने निशाना साधा. भाजपा की जॉइनिंग कमेटी के अध्यक्ष लक्ष्मीकांत बाजपेई ने कहा कि दागी उम्मीदवारों को टिकट देकर अखिलेश की दंगा कराने की मंशा है. उन्होंने कहा कि अखिलेश का पाकिस्तान प्रेम उछल-उछलकर सामने आ रहा है.