एनके भटेले, भिंड। जिला अस्पताल में एक बार फिर बड़ी लापरवाही सामने आई है। अस्पताल स्टॅाफ की लापरवाही के चलते प्रसूता की डिलीवरी अस्पताल गेट पर ही हो गई और नवजात की मौत भी हो गई। परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर प्रसूता को भर्ती करने के लिए पांच हजार रुपये की मांग के साथ ही लापरवाही का गंभीर आरोप लगाया है।
दरअसल बराषों थाना इलाके की रानूपुरा गांव से लाखन मिर्धा की पत्नी कल्लो को प्रसव पीड़ा के चलते जिला अस्पताल में बीती रात 11 बजे लेकर आए थे। जहां पत्नी को डिलीवरी के लिए भर्ती के एवज में पांच हजार रुपये की मांग की गई। जिस पर कल्लू के भाई कृष्ण ने स्टाफ से पैसे न होने का हवाला देकर अपनी भाभी को भर्ती करने की घंटों गुहार लगाता रहा। नर्सिंग स्टॅाफ द्वारा अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट ना लाने और कम समय का बच्चा होने का बहाना बनाकर प्रसूता को अस्पताल से बाहर निकाल दिया। अस्पताल के बाहर गेट पर प्रसूता कल्लो देवी की डिलीवरी हो गई। और समय पर मेडिकल सहायता न मिलने के चलते नवजात बच्चे की मौके पर ही मौत हो गई।
पीडि़त की शिकायत के बाद अस्पताल प्रबंधन ने जांच टीम गठित कर दोषियों पर कार्यवाही का आश्वासन दिया है। साथ ही प्रसूता को अस्पताल में भर्ती कर लिया है। नवजात का पोस्टमार्टम भी कराया जा रहा है। सिविल सर्जन अनिल गोयल ने मामले में हर बार की तरह इस बार भी रटा रटाया जवाब देते हुए कहा कि दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। भले ही इस पूरे मामले में दोषियों पर कार्रवाई हो जाय पर आखिर मां को कैसे तसल्ली मिलेगी जिसमे अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही से उसका बच्चा चला गया।
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