रांची। नक्सलियों ने झारखंड के गिरिडीह के पास गया-धनबाद रेलखंड पर विस्फोट कर अप-डाउन रेलवे ट्रैक को उड़ा दिया। बुधवार-गुरुवार की दरमियानी रात लगभग एक बजे के आसपास अंजाम दी गयी। इस घटना के कारण गया- धनबाद-हावड़ा रेल खंड पर लगभग 8 घंटे तक ट्रेनों का परिचालन ठप रहा । रेलवे की ओर से क्षतिग्रस्त पटरियों को दुरुस्त किए जाने के बाद सुबह 8 बजे से ट्रेनों का परिचालन शुरू कर दिया गया है लेकिन यातायात पूरी तरह सामान्य होने में चार-पांच घंटे का वक्त लग सकता है।
रेलवे सुरक्षा बल के एक अधिकारी ने बताया कि नक्सलियों ने गिरिडीह के सरिया नामक जगह से थोड़ा आगे चिचाकी रेलवे स्टेशन के पास आईईडी लगाकर अप और डाउन दोनों ट्रैक को उड़ा दिया। चिचाकी स्टेशन के पास ड्यूटी पर तैनात गैंगमैन ने इसकी सूचना स्टेशन मैनेजर को दी और उसके बाद इस रेलखंड पर चल रही ट्रेनें जहां की तहां रोक दी गईं। बताया गया कि इस विस्फोट से थोड़ी देर पहले पारसनाथ स्टेशन से गंगा-दामोदर एक्सप्रेस रवाना हुई थी। इस ट्रेन को चौधरीबांध स्टेशन पर रोक दिया गया, अन्यथा बड़ी दुर्घटना हो सकती थी। गया से इंटरसिटी एक्सप्रेस भी इसी समय खुलने वाली थी। उसे से भी गया रेलखंड पर ही रोका। हटिया- इस्लामपुर एक्सप्रेस और लोकमान्य तिलक एक्सप्रेस को भी पारसनाथ स्टेशन पर ही रोक दिया गया।
बता दें कि नक्सलियों ने अपने लीडर प्रशांत बोस और उनकी पत्नी शीला मरांडी की गिरफ्तारी के खिलाफ 27 जनवरी को झारखंड और बिहार में बंद का आह्वान किया है। इसके पहले 21 से 26 जनवरी तक प्रतिरोध सप्ताह के दौरान भी नक्सलियों ने गिरिडीह और हजारीबाग में तीन मोबाइल टावर और एक पुल को विस्फोट के जरिए उड़ा दिया था।