चंडीगढ़। पंजाब भाजपा के दिग्गज नेता और पूर्व मंत्री मदन मोहन मित्तल शनिवार को यहां पार्टी अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल की मौजूदगी में शिरोमणि अकाली दल (शिअद) में शामिल हो गए. पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के साथ संघर्ष की अवधि के बाद सांप्रदायिक संबंधों को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले दिग्गज नेता ने कहा कि वह हमेशा बादल के साथ खड़े रहे हैं, जो एकता के प्रतीक हैं और सुखबीर बादल के साथ भी खड़े रहेंगे, जो उसी विरासत को आगे बढ़ा रहे हैं. उन्होंने उपमुख्यमंत्री के रूप में सरकार में अपने कार्यकाल के दौरान तेजी से विकास के साथ-साथ राज्य में बड़े पैमाने पर निवेश लाने के लिए शिअद अध्यक्ष की भी सराहना की.

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मदन मोहन मित्तल (जो अपने बेटे अरविंद मित्तल और आनंदपुर साहिब निर्वाचन क्षेत्र के भाजपा के पूरे रैंक और फाइल के साथ थे) ने कहा कि वह निर्वाचन क्षेत्र के साथ हो रहे अन्याय से लड़ने के लिए भाजपा से भी इस्तीफा दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस शासन के दौरान जहां आनंदपुर साहिब से सभी परियोजनाएं छीन ली गई हैं, वहीं स्थानीय भाजपा नेतृत्व लोगों के अधिकारों की रक्षा करने में विफल रहा है. उन्होंने कहा कि हमने आनंदपुर साहिब निर्वाचन क्षेत्र में बड़े पैमाने पर अवैध खनन देखा है, जिसे रोकने की जरूरत है. ट्रक ड्राइवरों और ट्रक यूनियनों की आजीविका भी लूट ली गई है. मैंने आनंदपुर साहिब के कल्याण के लिए काम करने के लिए कदम आगे बढ़ाया है और इसके लिए भेदभाव को खत्म किया है.

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सुखबीर सिंह बादल ने शिअद में मित्तल का स्वागत करते हुए उन्हें आनंदपुर साहिब निर्वाचन क्षेत्र के लिए पार्टी का ‘हल्का का प्रभारी’ नियुक्त किया. उन्होंने पार्टी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष के रूप में मित्तल की नियुक्ति की भी घोषणा की. यह पूछे जाने पर कि क्या मित्तल आनंदपुर साहिब से आगामी चुनाव लड़ेंगे, सुखबीर बादल ने कहा कि यह फैसला शिअद की सहयोगी बहुजन समाज पार्टी (बसपा) पर छोड़ दिया जाएगा. बता दें कि 117 सदस्यीय पंजाब विधानसभा में 20 फरवरी को मतदान होगा, जबकि मतों की गिनती 10 मार्च को होगी.