रायपुर- छत्तीसगढ़ में शहीदों के सम्मान में स्थापित किए जा रहे अमर जवान ज्योति को लेकर सियासत पूरे उफान पर है. बीजेपी ने इस पर सवाल उठाया, तो जवाबी पलटवार करते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने तल्ख बयान में कहा कि अंग्रेजों की मुखबिरी करने वालों का शहादत से कोई सरोकार नहीं. इस पर पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने ये पूछा है कि अल्फ्रेड पार्क में चंद्रशेखर आजाद की मौजूदगी की मुखबिरी किस कांग्रेस नेता ने इलाहाबाद पुलिस से की थी? चंद्राकर के इस ट्वीट के बाद मामला गर्मा गया है. कांग्रेस ने कहा कि बीजेपी का इतिहास दरिद्र है.
दरअसल, दिल्ली के इंडिया गेट में जल रही अमर जवान ज्योति को नेशनल वाॅर मेमोरियल की ज्योति में विलीन कर दिया गया है. इससे बाद देश में शुरू हुई एक नई बहस के बीच मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ में अमर जवान ज्योति प्रज्वलित करने का ऐलान कर दिया. राजधानी के करीब माना स्थित राज्य सशस्त्र बल की चौथी बटालियन के मुख्यालय में इसे स्थापित किया जा रहा है. 3 फरवरी को राहुल गांधी इसका भूमिपूजन करेंगे. शहीदों के नाम दीवारों पर अंकित किया जाएगा, जिसके लिए सौ फीट लंबी, तीन फीट मोटी और 25 फीट ऊंची दीवार तैयार की जाएगी.
अमर जवान ज्योति को लेकर छत्तीसगढ़ सरकार की इस कवायद पर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने अपने एक बयान में कहा था कि कांग्रेस के शासन में जब दुश्मनों ने हमला किया, जवान शहीद हुए, बेगुनाह आम लोग मारे गए, ,तब कांग्रेस बिल में घुस गई और वीरों की शहादत का अपमान किया. शहीद जवानों के सम्मान में कभी कांग्रेस ने वाॅर मेमोरियल नहीं बनाया था और आज इस पर सियासत हो रही है. इन बयानों पर ही मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने तल्ख अंदाज में जवाबी पलटवार किया था.
इस पर पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने ट्वीट करते हुए अपनी टिप्पणी दर्ज की है. उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा है कि-
छत्तीसगढ़ (कांग्रेस शोषित, तस्कर नियंत्रित) के मान. मुख्यमंत्री जी का इतिहास बोध आजकल अत्यधिक बढ़ गया है? आप कृपया बताने का कष्ट करें अमर शहीद चन्द्रशेखर आजाद के खिलाफ मुखबिरी का आरोप किस व्यक्ति या परिवार पर लगता आया है?
छत्तीसगढ़ (कांग्रेस शोषित, तस्कर नियंत्रित) के मान. मुख्यमंत्री जी का इतिहास बोध आजकल अत्यधिक बढ़ गया है? आप कृपया बताने का कष्ट करें अमर शहीद चन्द्रशेखर आजाद के खिलाफ मुखबिरी का आरोप किस व्यक्ति या परिवार पर लगता आया है?@bhupeshbaghel @INCChhattisgarh @blsanthosh pic.twitter.com/VcBbaOSI9P
— Ajay Chandrakar (@Chandrakar_Ajay) February 1, 2022
इस टिप्पणी के बाद चंद्राकर ने अपने बयान में कहा कि, यह विषय बेहद गंभीर है. हम पर आरोप लगता है कि मुखबिरी करने वाले लोग थे. अटल जी पर भी आरोप लगाते रहे, इसलिए मैंने ये कहा है कि इतिहास को पढ़ ले और यह जानने की कोशिश करें कि अल्फ्रे़ड पार्क में चंद्रशेखर आजाद की मौजूदगी की जानकारी इलाहाबाद पुलिस को किसने दी थी.
कांग्रेस हुई आक्रामक
अजय चंद्राकर के बयान पर कांग्रेस की ओर से तीखा पलटवार किया गया है. कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि- अजय चंद्राकर मानसिक रूप से विक्षिप्त हो चुके हैं. इतिहास का विद्रुपीकरण कर रहे हैं. सारा देश जानता है कि अंग्रेजों की मुखबिरी कौन लोग कर रहे थे? देश आजाद 1947 में हुआ और आरएसएस का गठन 1925 में हो गया था. इन 22 सालों में हिन्दू महासभा और आरएसएस ने मुस्लिम लीग के साथ मिलकर सिर्फ अंग्रेजों की चाटुकारिता और दलाली ही तो कर रहे थे. शुक्ला ने कहा, जब देश आजाद हुआ था उस वक्त दीनदयाल उपाध्याय 31 वर्ष के परिपक्व नौजवान थे. उन्होंने पूछा है कि बीजेपी बताए कि देश की आजादी में दीन दयाल उपाध्याय का क्या योगदान था. कब जेल गए, कब अंग्रेजों की मुखालफत की. दरअसल बीजेपी का इतिहास दरिद्र है. जिनका इतिहास दरिद्र होता है, वह दूसरों के इतिहास में झांकते हैं.