नई दिल्ली। दिल्ली जल बोर्ड में कार्यरत 700 संविदा कर्मचारियों को आज नियमित किया गया है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कर्मचारियों को पक्का होने का सर्टिफिकेट सौंपा और कहा कि दिल्ली राज्य बनने के बाद इतने बड़े स्तर पर कच्चे कर्मचारियों को कभी पक्का नहीं किया गया। अब पूरे देश में यह मांग उठेगी कि जब दिल्ली में हो सकता है, तो उनके यहां क्यों नहीं हो सकता ? सर्टिफिकेट सौंपने के दौरान सीएम केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली सरकार के सभी विभागों के कच्चे कर्मचारी पक्के होने चाहिए, लेकिन हमारे पास पावर बहुत कम है।
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केजरीवाल ने कहा कि देश में यह माहौल बनाया गया कि कच्चे कर्मचारियों को पक्का कर दो, तो वे काम नहीं करते हैं। यह सबसे बड़ा झूठ है, जो फैलाया जाता है। पक्का होने के बाद यह कर्मचारी सुरक्षित हो गए हैं, इसलिए अब ये पहले से दोगुना काम करेंगे, साथ ही यह मिथ भी टूटेगा कि कच्चे कर्मचारियों को पक्का कर दो, तो वे काम नहीं करते हैं। इसके अलावा सीएम केजरीवाल ने दिल्ली की शिक्षा के बारे में जानकारी साझा की. सीएम के मुताबिक, दिल्ली के अंदर शिक्षा क्रांति आई। शिक्षा के क्षेत्र में हुए काम का श्रेय अरविंद केजरीवाल ने सरकारी शिक्षकों और प्रधानाचार्यों को दिया. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी जो काम हुए हैं, वे सरकारी डॉक्टरों और नर्सों की ही बदौलत हुए हैं.
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दिल्ली जल बोर्ड ने जिन 700 संविदा कर्मचारियों को नियमित किया है, उसमें दैनिक वेतन भोगी और करुणा मूलक आधार पर नियुक्त किए गए कर्मचारी शामिल हैं। इन सभी नियमित कर्मचारियों को अब से चिकित्सा सुविधाएं, सरकारी आवास, छुट्टी के लाभ और ग्रैच्युटी, एनपीएस और एलटीसी (यात्रा सुविधा) जैसी सुविधाओं का लाभ मिल सकेगा। साथ ही, इन्हें 2019 से एरियर्स मिल सकेगा। सभी का वेतन लगभग दोगुना हो जाएगा। सभी को डीए की सुविधा मिलेगी। वार्षिक वेतन वृद्धि, बच्चों की शिक्षा भत्ता, पितृत्व अवकाश, मातृत्व अवकाश आदि सुविधाओं का भी लाभ मिलेगा।
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