सुप्रिया पांडेय, रायपुर. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम के बयान पर पूर्व मंत्री केदार कश्यप ने निशाना साधा है. राज्यसभा सांसद रामविचार नेताम के द्वारा पेश किए गए आंकड़े और कांग्रेस के आरोप पर कहा प्रदेश में लॉ एंड ऑर्डर खत्म हो चुका है, गृह मंत्री नजर नहीं आते हैं. प्रदेश में क्राइम के मामले बढ़े हैं, मृत्यु दर बढ़ी है, क्योंकि सरकार आदिवासी क्षेत्रों की ओर ध्यान नहीं दे रही. कांग्रेस केवल रायपुर के लिए सत्ता में बैठी है, सरकार के काफी मंत्रियों ने उन क्षेत्रों में दौरा भी नहीं किया.

राजभवन को लेकर मोहन मरकाम के द्वारा लगाए गए आरोप पर पूर्व मंत्री केदार कश्यप ने कहा जितने भी मुद्दे हम लेकर आ रहे हैं, उसमें से कोई मुद्दा राजनीतिक नहीं, यदि किसी कार्य में गड़बड़ी है और उसमें सांसद, विधायक सभी सम्मिलित होंगे तो निश्चित तौर पर मामले में एफआईआर दर्ज नहीं होगी. सरकार एफआईआर दर्ज करवाए और न्याय दिलाए तो हम धरने पर क्यों बैठेंगे. घटना को काफी समय हो गए उसके बाद भी एफआईआर दर्ज नहीं हो रही है. आरोपियों को सरकार का संरक्षण मिल रहा है.

वहीं सांसद को भगोड़ा घोषित किए जाने पर लोकसभा स्पीकर द्वारा राज्य सरकार से जवाब मांगा गया है, जिस पर पूर्व मंत्री केदार कश्यप ने कहा कि कवर्धा मामले को पूरे देश ने देखा, जिस तरीके से राज्य सरकार का नियंत्रण खत्म हो चुका है, प्रदेश में जनाक्रोश बढ़ा, तो उन्होंने सांसद को बदनाम करने की दृष्टि से उन पर आरोप लगा दिए और फरार घोषित करने की कोशिश की.

आगे उन्होंने कहा कि उनकी छवि धूमिल करने की कोशिश की, लेकिन लोकसभा की ओर से इस पूरे मामले में राज्य सरकार को नोटिस आया है, कि सरकार इस मामले में स्पष्टीकरण दें. मुझे लगता है, कि सरकार लोकतंत्र की हत्या कर रही है. सांसदों की छवि को धूमिल करने की कोशिश कर रही है. चुनाव में 2 साल बाकी है, इनका ग्राफ गिरता जा रहा है. ये चाहते हैं कि हमारे सांसद और विधायकों की छवि को धूमिल किया जाए.