लखनऊ. केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे और तीन अक्टूबर को किसानों के विरोध के बाद लखीमपुर में चार किसानों की हत्या के मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा को इलाहाबाद उच्च न्यायालय के लखनऊ पीठ ने जमानत दे दी है. घटना की जांच कर रहे विशेष जांच दल (एसआईटी) ने पिछले साल नौ अक्टूबर को मिश्रा को गिरफ्तार किया था.

डीआईजी उपेंद्र अग्रवाल ने उनकी गिरफ्तारी के समय संवाददाताओं से कहा था, “आशीष मिश्रा को गिरफ्तार कर लिया गया है क्योंकि वह पूछताछ के दौरान सहयोग नहीं कर रहे थे और उसने कुछ सवालों के जवाब नहीं दिए.” घटना को लेकर उनके और कुछ अन्य लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी, लेकिन यूपी पुलिस ने उनके खिलाफ तब तक कार्रवाई नहीं की जब तक कि सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले को उठाने का फैसला नहीं किया. शीर्ष अदालत द्वारा मामले में की गई कार्रवाई पर यूपी सरकार के प्रति असंतोष व्यक्त करने के एक दिन बाद उनकी गिरफ्तारी हुई.

दूसरी बार तलब किए जाने पर आशीष मिश्रा पूछताछ के लिए आए और 12 घंटे के पूछताछ के बाद डीआईजी अग्रवाल के नेतृत्व में नौ सदस्यीय एसआईटी ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया. घटना में मरने वालों में चार किसान थे, जिन्हें तेज रफ्तार एसयूवी आशीष मिश्रा की टक्कर से कुचल दिया गया था. घटना को कवर करने वाले एक पत्रकार की भी घटना में मौत हो गई. जवाबी हिंसा में भाजपा के तीन कार्यकर्ता मारे गए. लखीमपुर खीरी हिंसा कांड की जांच कर रहे विशेष जांच दल ने कहा है कि प्रदर्शन कर रहे किसानों की हत्या की सुनियोजित साजिश थी.