नई दिल्ली. उत्तर प्रदेश की दो, बिहार की एक लोकसभा सीट और दो विधासनभा सीटों पर उपचुनाव की अधिसूचना जारी हो गई है. इन सीटों पर 11 मार्च को मतदान होगा जबकि मतगणना 14 तारीख को होगी.

चुनाव आयोग ने जिन सीटों पर उपचुनाव का ऐलान किया है वो हैं

उत्तप्रदेश

फूलपुर लोकसभा

गोरखपुर लोकसभा

बिहार

अररिया लोकसभा

जहानाबाद विधानसभा

भभुआ विधानसभा

 

चुनाव अायोग के मुताबिक इस उपचुनाव के लिए नामांकन की प्रक्रिया 13 फरवरी से शुरु होगी और 20 फरवरी को नामांकन का आखिरी दिन होगा. 23 फरवरी को नामांकन वापस लेने की तारीख होगी.

फूलपुर लोकसभा सीट उत्तरप्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या के मुख्यमंत्री बनने के बाद खाली हुई है. जबकि गोरखपुर सीट मुख्यमंत्री आदित्यनाथ की वजह से खाली हुई है. ज़ाहिर है दोनों सीटों पर केंद्र और राज्य की बीजेपी सरकार के लिए प्रतिष्ठा का सवाल है.

इसी तरह बिहार की सीट अररिया लोकसभा सीट आरजेडी सांसद तस्लीमुद्दीन के निधन के चलते खाली हुई है. जहानाबद सीट के विधायक रहे मुद्रिका यादव और बीजेपी के विधायक रहे आनंद भूषण पांडेय के निधन के चलते यहां उपचुनाव हो रहे हैं.

बिहार में बदले समीकरण के बाद पहली बार चुनाव हैं जिसमें नीतीश और लालू यादव की प्रतिष्ठा दांव पर रहेगी. जबकि उत्तरप्रदेश की चुनौती सिर्फ पार्टी के लिए नहीं बल्कि मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री दोनों के लिए है. जबकि विपक्ष ने उन्हें घेराबंदी करने की पूरी तैयारी कर रखी है.

दरअसल गोरखपुर और फूलपुर के गणित को अगर देखा-परखा जाए तो दोनों संसदीय क्षेत्रों में बड़ी दिलचस्प लड़ाई रही है. 2014 के लोकसभा चुनाव में जहां बीजेपी को इन सीटों पर सभी विपक्षी दलों को मिले कुल वोटों से भी ज्यादा वोट मिले थे. यही वजह है कि बीजेपी को दोनों सीटों पर अपना वर्चस्व कायम रखना एक बड़ी चुनौती है.