शिवम मिश्रा, रायपुर. छत्तीसगढ़ में 5 फरवरी को केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के दौरे के दौरान भाजपा कार्यकर्ता और पुलिस का विवाद अब महाधरना तक पहुंच गया है. भाजपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ कानूनी कार्रवाई के विरोध में राजधानी के धरना स्थल पर भाजपा के आला नेताओं ने धरना दिया है.

पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह, नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक और पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार की दमनकारी नीतियों के खिलाफ सड़क की लड़ाई शुरू हुई है. जिसको सदन के अंदर भी लड़ा जाएगा. सरकारें तो आती-जाती रहती है, लेकिन प्रशासन को पार्टी बनकर कार्रवाई नहीं करनी चाहिए.

पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने साधा निशाना

पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कांग्रेस पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के भय और आतंक के खिलाफ महाधरना दिया जा रहा है. भाजपा के कार्यकर्ताओं पर एट्रोसिटी एक्ट लगाई जा रही है. पुलिस थाना में पूर्व मंत्री को अपमानित किया जा रहा है. कांग्रेस सरकार पूरे छत्तीसगढ़ में भय और आतंक का वातावरण बनाना चाह रही है.

पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने पुलिस को बताया कांग्रेस का एजेंट

पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने कहा कि सरकार पुलिस का कांग्रेसीकरण कर रही है. प्रदेश में विरोधी दल के कार्यकर्ताओं को चिन्हित करके कांग्रेस के एजेंट के रूप में पुलिस वाले कार्रवाई कर रहे है. समय रहते सचेत हो जाएं, सुधर जाएं, लोकतंत्र में सरकारें आती-जाती रहती हैं, लेकिन पुलिस ने वो सभी संभावनाओं को लांघने का काम किया है. भाजपा का हर एक कार्यकर्ता जागरूक हो चुका है. रायपुर शहर में खुलेआम लूट, चोरी और चाकूबाजी जैसे घटनाएं रोज हो रही हैं. बारात में आकर हत्या की जा रही है. ये चिंता का विषय बन चुका है. पुलिस के संरक्षण में पूरा काला कारोबार किया जा रहा है.

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नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा राजधानी सुरक्षित नहीं

नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा राजधानी सुरक्षित नहीं है. दिनदहाड़े हत्या हो रही है. चौक-चौराहे में चाकू मार रहे हैं. राजधानी समेत पूरे प्रदेश में नई संस्कृति आ रही है, चाकू से गोदकर हत्या हो रही है. गृहमंत्री का एक बयान नहीं आता है. ऐसे अराजकता की स्थिति में लोग सुरक्षित महसूस नहीं कर रहे हैं. ये तो सड़क की लड़ाई है, जल्द इस मुद्दे पर सदन में भी लड़ा जाएगा.