सुप्रिया पांडेय, रायपुर। बालगृह के बालक की नहर में डूबने से मृत्यु के मामले में कोरबा के दर्री स्थित बालगृह के अधीक्षक को हटाने के निर्देश के साथ जिला प्रशासन ने तीन सदस्यीय जांच टीम का गठन किया गया है.

सोशल रियाईवल ग्रुप ऑफ अरबन रूरल एंड ट्राईबल (स्त्रोत) संस्था सिंचाई कॉलोनी दर्री, जिला कोरबा के बालगृह (बालक) में रहने वाले 13 वर्षीय बालक महावीर घसिया, पिता स्वर्गीय प्रेम लाल घसिया के नहर में डूबने से मृत्यु के मामले में प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई करते हुए बालगृह के अधीक्षक को हटाने का निर्देश दिया है. मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय टीम का गठन किया गया है. जांच टीम में जिले के अपर कलेक्टर, जिला कार्यक्रम अधिकारी और नगर पुलिस अधीक्षक दर्री को शामिल किया गया है. जांच टीम दो दिनों के भीतर जांच कर प्रतिवेदन प्रस्तुत करेगी.

एसडीएम कोरबा ने बताया कि जांच में एनजीओ या उसके अधीक्षक की गलती पाई जाती है, तो बालगृह के संचालक एनजीओ को पृथक करने का निर्णय लिया जाएगा. इसके साथ भविष्य में अन्य बालगृहों में इस प्रकार की घटना की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए भी कार्रवाई की जा रही है. इस संबंध में सभी एनजीओ की बैठक बुलाई गई है.

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उल्लेखनीय है कि मृतक बालक महावीर घसिया शासकीय माध्यमिक शाला दर्री में कक्षा सातवीं का छात्र था. बाल कल्याण समिति के आदेश से वह एनजीओ द्वारा संचालित दर्री के बालगृह (बालक) में रह रहा था. बालक महावीर विगत 19 फरवरी को सुबह लगभग 7 बजे अन्य बालक विक्की चौहान के साथ सायकल में शिव नगर नहर की ओर चला गया था, जहां नहर में डूबने से बालक महावीर की मृत्यु हो गई थी.

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