रायपुर. रायपुर में फर्जीवाड़े का बेहद सनसनीखेज़ मामला सामने आया है. इस फर्जीवाडे़ को नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव के नाम से किया गया है. ताज्जुब की बात है कि इस फर्जीवाडे़ का शिकार मुख्यमंत्री दफ्तर भी हो गया.
दरअसल, 15 दिसबंर को नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव के नाम से किसी ने मुख्यमंत्री को चिट्ठी लिखी. जिसमें प्रदेश की बड़ी बस सर्विस रॉयल बस सर्विस पर रोक लगाने की मांग की गई. इस शिकायत की कॉपी प्रधानमंत्री कार्यालय, परिवहन विभाग और मुख्य सचिव को भी भेजने का जिक्र है. इसके बाद इस फर्जी पत्र पर कार्रवाई करते हुए सचिवालय ने 12 जनवरी को बस सर्विस का परमिट रद्द करने के विषय में कार्रवाई करने और उसे सचिवालय को अवगत कराने का आदेश दे दिया.
मुख्यमंत्री सचिवालय से प्राप्त पत्र के आधार पर परिवहन विभाग ने 18 जनवरी को परिवहन आयुक्त को कार्रवाई करके 15 दिन के भीतर इसकी जानकारी वेबसाइट पर दर्ज कराने के आदेश दिए हैं.
जिस फर्जी चिट्ठी के सहारे रॉयल बस सर्विस के खिलाफ शिकायत की गई. उसमें टीएस सिंहदेव के फर्जी दस्तख़त हैं. जो उनके मूल दस्तख़त से बिलकुल अलग हैं. हैरानी की बात है कि जिस अधिकारी के पास ये चिट्ठी पहुंची उसने हस्ताक्षर का मिलान करने की ज़रुरत ही नहीं समझी.
अब टीएस सिंहदेव ने मुख्यमंत्री को चिट्ठी लिखकर मांग की है कि मामले की जांच की जाए. उन्होंने मामले में अपने खिलाफ साज़िश की आशंका जताई है.