रायगढ़. रायगढ़ एनर्जी जनरेशन, छोटे भंडार के अदाणी फाउंडेशन द्वारा सब्जी उत्पादन के उन्नत तकनीकों के लिए 4 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन दिनांक 21 और 22 फरवरी को ग्राम सूपा के मंगल भवन में और दिनांक 15 और 16 फरवरी को ग्राम कठली के स्कूल भवन में सफलतापूर्वक संपन्न हुआ. इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में ग्राम सूपा, छोटे भंडार, बुनगा, बरपाली, जेवरीडीह, फूल और कठली सहित कुल सात ग्राम पंचायतों के स्व-सहायता समूह है. जिनमें एकता समूह, संतोषी समूह, चंद्रहासिनी समूह, सरस्वती समूह, आदर्श समूह, तुलसी समूह इत्यादि सहित कुल 19 स्व-सहायता समूहों की 70 से अधिक महिला सदस्यों ने भाग लिया. इस प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य स्व-सहायता समूह की महिलाओं को जीविकोपार्जन गतिविधियों से जोड़कर उनकी आय अर्जन में वृद्धि कर आत्मनिर्भर बनाना था.

प्रशिक्षण में विकासखंड पुसौर के कृषि विभाग की ब्लॉक टेक्निकल अधिकारी अनुसूईया साव द्वारा गोबर खाद/वर्मी खाद उपयोग, बिजाई का तरीका, बीजों के उपचार, थरहा लगाने का तरीका व सावधानी, बायो पेस्टिसाइड/इन्सेक्टीसाइड उपयोग करने का तरीका व सावधानी, केमिकल युक्त कृषि व उसके दुष्प्रभाव, ऑर्गेनिक कृषि पद्धति की आवश्यकता, केंचुआ खाद और वेस्ट डिकम्पोसर बनाने की विधि इत्यादि पर जानकारी दी गई. इसके साथ ही ऑर्गेनिक खेती में जैविक खाद, फर्टिलाइजर, कीटनाशक आदि के बनाने की विधि भी प्रायोगिक तौर पर बताई गई है.

प्रशिक्षण में उपस्थित सरस्वती समूह की सदस्य रमा पटेल ने कहा कि “अदाणी फाउण्डेशन के इस कार्यक्रम से हमें एक आशा जागी है कि हम भी आगे बढ़ेंगे और पुरुषों के साथ कदम मिलाकर चलेंगे ताकि घर की आर्थिक व्यवस्था को भी सुदृढ़ कर सकें.”

ग्राम पंचायत बुनगा से संतोषी समूह की मैत्री कुमारी ने कहा कि “अदाणी फाउण्डेशन द्वारा आयोजित प्रशिक्षण में सब्जियों के उत्पादन से सम्बंधित विभिन्न तकनीकों को हमने ध्यानपूर्वक सीखा और समझा है, इसे हम अपने समूह की आय अर्जन गतिविधियों में शामिल करेंगे जो रोजगार संवर्धन और आय में वृद्धि में निश्चित तौर पर सहायक होगा.”

कार्यक्रम में उपस्थित ग्राम पंचायत छोटे भंडार की सरपंच शतरूपा चौहान ने कहा कि “समूह के महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए इस तरह का प्रशिक्षण एक अच्छा प्रयास है. इस सराहनीय पहल के लिए हम अदाणी फाउण्डेशन का धन्यवाद करते हैं.”

उल्लेखनीय है कि रायगढ़ एनर्जी जनरेशन लिमिटेड, छोटे भंडार अपने आसपास के 15 ग्रामों में अदाणी फाउंडेशन के द्वारा निगमित सामाजिक उत्तरदायित्व प्रतिबद्धता के तहत शिक्षा, स्वास्थ्य, जीविकोपार्जन और अधोसंरचना विकास के विभिन्न कार्यक्रम संचालित करता है.

प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान बिहान ग्रामीण आजीविका मिशन की ब्लॉक कार्यक्रम प्रबंधक छाया ईश्वर, परियोजना संसाधन प्रतिनिधि सोनम बनर्जी , रिटायर्ड वरिष्ठ शिक्षक जीधन चौधरी उपस्थित थे. कार्यक्रम का संचालन अदाणी फाउंडेशन के सीएसआर प्रमुख पुर्णेन्दु कुमार द्वारा किया गया.

अदाणी फाउंडेशन के बारे में

1996 में स्थापित, अदाणी फाउंडेशन वर्तमान में 18 राज्यों में सक्रिय है. जिसमें देश भर के 2250 गाँव और कस्बे शामिल हैं. फाउंडेशन के पास प्रोफेशनल लोगों की टीम है, जो नवाचार, जन भागीदारी और सहयोग की भावना के साथ काम करती है. वार्षिक रूप से 3.2 मिलियन से अधिक लोगों के जीवन को प्रभावित करते हुए अदाणी फाउंडेशन चार प्रमुख क्षेत्रों- शिक्षा, सामुदायिक स्वास्थ्य, सतत आजीविका विकास और बुनियादी ढ़ांचे के विकास पर ध्यान केंद्रित करने के साथ सामाजिक पूंजी बनाने की दिशा में काम करता है. अदाणी फाउंडेशन ग्रामीण और शहरी समुदायों के समावेशी विकास और टिकाऊ प्रगति के लिए कार्य करता है और इस तरह, राष्ट्र-निर्माण में अपना योगदान देता है.