कुशीनगर. कांग्रेस छोड़कर हाल ही भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने वाले पूर्व केंद्रीय मंत्री आरपीएन सिंह ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के ‘लड़की हूं’ अभियान की खिल्ली उड़ाते हुए कहा है कि कांग्रेस के इस अभियान का उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों में कोई फर्क नहीं पड़ेगा.

उन्होंने कहा कि उस अभियान की एक ‘पोस्टर गर्ल’ खुद भाजपा में आ गई है और पार्टी ने महिलाओं के नाम पर कांग्रेस नेताओं की पत्नियों को टिकट दिया है. सिंह ने कहा कि प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने “सबका साथ, सबका विश्वास” के समावेशी मंत्र से प्रेरित विकास योजनाओं के साथ जाति बाधाओं को तोड़ दिया है. उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि कांग्रेस अब एक पार्टी या एक विचारधारा के रूप में मौजूद नहीं है. सिंह 1996 से लगातार तीन बार पडरौना से विधायक चुने गए थे और वह पूर्व केंद्रीय मंत्री सीपीएन सिंह के बेटे हैं.

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एक सवाल के जवाब में सिंह ने कहा “मैंने स्पष्ट रूप से देखा है कि दलितों, पिछड़े, सबसे पिछड़े और उच्च जाति के लोगों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की राष्ट्र निर्माण की योजनाओं, कार्यशैली और प्रयासों से प्रेरित होकर जाति की बाधाओं को तोड़ दिया है.” उन्होंने इस बात को खारिज कर दिया कि स्वामी प्रसाद मौर्य के सपा में शामिल होने के बाद पिछड़ी जातियों को हुए नुकसान की भरपाई के लिए भाजपा ने उन्हें शामिल किया है.