रायपुर। उत्तर प्रदेश में प्रियंका वाड्रा के नेतृत्व में भूपेश बघेल खूब मेहनत कर रहे हैं. उत्तरप्रदेश के कांग्रेस के बिना सरकार नहीं बन पाएगी. इसके अलावा हम उत्तराखंड, पंजाब और गोवा में सरकार बनाने जा रहे हैं. यह बात कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने पांच राज्यों में हो रहे विधानसभा चुनाव के मद्देनजर कही.

कैबिनेट मंत्री रविंद्र चौबे ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि उत्तरप्रदेश में कांग्रेस चौथी नंबर की पार्टी के संबंध के मंत्री टीएस सिंहदेव के बयान पर कहा कि टीएस सिंहदेव को उत्तराखंड की जवाबदेही दी गई थी. उस दौरान उन्होंने कहा था कि उत्तराखंड में कांग्रेस सरकार बनाने जा रही है. अब ये लगभग सच्चाई के एकदम करीब है. महाराज साहब ने किस परिपेक्ष्य में कहा कि वहां हमारा स्थान पीछे है, मैं तो ये कह नहीं सकता. उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के सहयोग से ही सरकार बनेगी. उत्तर प्रदेश में गुजरात मॉडल फेल हो गया है, छ्त्तीसगढ़ मॉडल छाया हुआ है.

वहीं इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय में स्थानीय व्यक्ति को कुलपति बनाए जाने पर कृषि मंत्री ने राज्यपाल को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए आभार माना है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने कहा था कि छत्तीसगढ़ के विद्वानों का सम्मान होना चाहिए, और इंदिरा गांधी विश्वविद्यालय में स्थानीय कुलपति का दायित्व सौंपा हैं. छत्तीसगढ़ में पहली बार है जब किसी स्थानीय को नियुक्ति दी गई है. डॉ. गिरीश चंदेल को कुलपति बनाया गया है, इसलिए महामहिम का धन्यवाद और आभार.

एंटी इनकम्बेंसी पर मंत्री चौबे ने कहा कि तीन दिनों से अखबारों और मीडिया में जो चर्चा चल रहा है कि कोई मंत्री नाराज है. मैं समझता हूं कि कोई भी मंत्री नाराज नाराज नहीं है. छत्तीसगढ़ सरकार की जो उपलब्धियां है, मुख्यमंत्री भूपेश के नेतृत्व में जो हमारे कार्यक्रम हैं, उसकी प्रसंसा केवल छत्तीसगढ़ में नहीं, बल्कि सारे हिंदुस्तान में हो रही है. किसी मंत्री के स्टेटमेंट से कि किसी गाँव में उनके क्षेत्र में उनकी आवश्कता उनकी उपस्थिति रहने की ज्यादा थी. केवल इस लाइन को लेकर प्रतिपक्ष के लोग कह रहे हैं कि एंटी इनकम्बेंसी की शुरुआत हुई है तो उनकी गलतफहमी है.

उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ के किसान प्रसन्न हैं, छत्तीसगढ़ के गोपालक प्रसन्न हैं, मजदूर खुश हैं, वनवासी और आदिवासी क्षेत्रों में रहने वाले हमारे आदिवासी भाई प्रसन्न हैं. हिंदुस्तान में तेंदुपत्ता की जो कीमत हम दे रहे है, वो कोई भी नहीं दे पा रहा है. यहां के नौजवानों के मन मे भी आने वाले भविष्य के प्रति काफी अपेक्षाएं है. मैं समझता हूं कि, छत्तीसगढ़ में किसी भी प्रकार की एंटी इनकम्बेंसी न तो सरकार के प्रति है और न तो हमारे प्रति है.

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वहीं छत्तीसगढ़ में दो राज्यसभा की सीटों को लेकर मंत्री चौबे ने कहा कि मुख्यमंत्री के साथ हाईकमान की चर्चा होगी. उसके बाद ही इस विषय मे चर्चा की जाएगी. इसके बारे मे मैं ज्यादा कुछ नहीं कहूंगा. वहीं भाजपा राज्यसभा से केटीएस तुलसी के इस्तीफे की मांग और स्थानीय को मौका देने के सवाल पर मंत्री रविन्द्र चौबे ने कहा कि भाजपा आज विपक्ष में है, वह अपना दायत्व निभा रही है. हमें भाजपा की सलाह की जरूरत नहीं है.