रमेश सिन्हा, पिथौरा। महासमुंद जिले के पिथौरा से लगे हुए ग्राम लहरौद से सरकड़ा पहुंच मार्ग जर्जर अवस्था में आ गया है. सड़क से डामर गायब और मार्ग पर जगह-जगह गढ्ढे नजर आते हैं. बाइक औऱ अन्य वाहनों चलाना मुश्किल हो गया है. इलाके के लोग और राहगीर हताश हैं.

प्रशासनिक स्तर पर इसकी देख-रेख और सुधार कार्य वर्षों से लंबित होने के कारण इस मार्ग से आने जाने वालों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. इस मार्ग में विद्यालय तो है ही साथ ही पुलिस विभाग अनुविभागीय अधिकारी कार्यालय के अलावा तमाम प्रशासनिक अधिकारी हाउसिंग बोर्ड की कॉलोनी और एकलव्य विद्यालय हॉस्टल निर्मित है.

आवाजाही नियमित बनी रहती है. इसके बावजूद पीडब्लूडी के अधिकारी सुध नहीं ले रहे हैं. यहां बताना लाजमी होगा कि इस मार्ग से एसडीएम, तहसीलदार, सिंचाई विभाग के अनुविभागीय अधिकारी, जज और ब्लॉक मुख्यालय के सभी कर्मचारी आना जाना करते हैं, लेकिन किसी की नजर इस मार्ग पर नहीं पड़ी.

महज 500मीटर की दूरी पर इस मार्ग के देख रेख करने वाले पी डब्लू डी विभाग स्थित है. सड़क जर्जर तो आप अंदाजा लगा सकते हैं कि ब्लॉक के अन्य गांव की सड़कों की हालत कैसै होगी.

इस मार्ग से आने जाने वाले रोज सड़क दुर्घटना में घायल हो रहे हैं. सरकड़ा निवासी महिला की सड़क दुर्घटना में मौत हो चुकी है. इतना ही नहीं 6 से ज्यादा चार पहिया वाहन दुर्घटनाग्रस्त हुए हैं. जबकि 17 मोटर सायकल दुर्घटनाग्रस्त कइयों ने अपना हाथ पैर खो दिया तो कई लोगों की मौत हो गई.

LALLURAM.COM की टीम ने जब अनुविभागीय अधिकारी नीता राम टेके से बातचीत करने की कोशिश की तो मामले से पल्ला झाड़ते नजर आईं. उन्होंने कहा कि अभी व्यस्त हूं. ऑफिस आउंगी तो बात करूंगी. अब जिम्मेदारों की इस तरह की लापरवाही से आम जनता परेशान है और लोग मौत के मुंह में समा रहे हैं.