रांची। झारखंड विधानसभा में बुधवार को भारतीय जनता पार्टी के विधायकों ने राज्य में मॉब लिंचिंग की घटनाओं को लेकर हंगामा किया। विधायकों ने सदन के बाहर और भीतर इस मुद्दे पर नारेबाजी की। विधानसभा में सत्र के तीसरे दिन की कार्यवाही शुरू होने के पहले भाजपा के विधायक तख्तियां लेकर मुख्यद्वार पर बैठ गये। वे हजारीबाग जिले के बरही में रूपेश पांडेय और सिमडेगा जिले में संजू प्रधान की मॉबलिंचिंग में हत्या के मामलों पर विरोध जताते रहे। विधायकों ने सरकार पर इन मामलों में कार्रवाई में भेदभाव का आरोप लगाया।

भाजपा विधायक दल के मुख्य सचेतक बिरंची नारायण ने कहा कि हेमंत सोरेन की सरकार में कोई सुरक्षित नहीं है। लोग उन्मादी भीड़ के शिकार हो रहे हैं और सरकार कोई करवाई नहीं कर रही है। हाल की दो घटनाएं इसका उदाहरण है। उन्होंने कहा कि जो लोग आज सत्ता में हैं, वो तबरेज मामले में खूब हल्ला करते थे। आज रूपेश पांडेय और संजू प्रधान नाम के व्यक्तियों की हत्या हुई है तो उन्होंने चुप्पी साध रखी है। उन्होंने रूपेश पांडेय हत्याकांड की जांच सीबीआई से कराने की मांग की।

सदन की कार्यवाही शुरू हुई तो भाजपा के विधायक इस मुद्दे को लेकर वेल में पहुंचकर हंगामा करने लगे। उन्होंने हिंदुओं की मॉब लिंचिंग बंद हो, रूपेश पांडेय और संजू प्रधान के दोषियों को फांसी की सजा दो, जैसे नारे लगाये। स्पीकर ने उनसे बार-बार अपनी सीटों पर लौटने की अपील की। प्रदर्शन और नारेबाजी करनेवाले विधायकों में मनीष जायसवाल, अमर बाऊरी, अनंत ओझा, शशिभूषण प्रसाद मेहता, रणधीर सिंह, समरी लाल एवं अन्य शामिल थे। थोड़ी देर नारेबाजी के बाद भाजपा विधायक अपनी सीट पर बैठ गए।