रायपुर। छत्तीसगढ़ की गोधन न्याय योजना के साथ-साथ पशु प्रबंधन के लिए गौठानों की चर्चा देश के कोने-कोने में हो रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश में चुनाव प्रचार के दौरान छुट्टा पशुओं के प्रबंधन की बात कहकर छत्तीसगढ़ सरकार के प्रयास पर सहमति जता दी थी, वहीं अब इन गौठानों की सफलता का राज जानने केंद्र सरकार के अधिकारी दौरा कर रहे हैं.

केंद्र सरकार के पशुपालन व डेयरी विभाग के संयुक्त सचिव डॉक्टर ओपी चौधरी बुधवार को आरंग विकासखंड के पारागांव एवं बड़गांव गौठान का अवलोकन करने पहुंचे. उन्होंने गौठान में संचालित गतिविधियों की जानकारी ली साथ ही स्व-सहायता समूह की महिलाओं से चर्चा कर गौठानों से अर्जित होने वाले आय की जानकारी ली.

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स्व-सहायता समूह की महिलाओं ने बताया कि 12 गांव में 3 एकड़ में गौठान बना हुआ है. 10 एकड़ में चारागाह विकसित किया गया है, इसके साथ ही 2 एकड़ में सब्जी-भाजी का उत्पादन किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि वर्मी खाद उत्पादन से अब तक करीब 2 लाख से अधिक की आय अर्जित हो चुकी है. बाड़ी योजना के तहत सब्जी उत्पादन से लगभग दो लाख, बकरी पालन से 20 हजार तथा मुर्गी पालन से 80 हजार की आय अर्जित हुई है.

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डॉ. चौधरी ने महिला स्व-सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि गौठानों को बिजनेस हब बनाने की दिशा में स्व-सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं को सोचने की जरूरत है.