नई दिल्ली। श्रीनगर के एक प्रमुख कालीन व्यवसायी को राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) की लुधियाना शाखा ने 190 करोड़ रुपये के कालीनों के निर्यात के लिए 30 करोड़ रुपये का प्रलोभन देने के आरोप में गिरफ्तार किया है। व्यवसायी ने कथित तौर पर घटिया गुणवत्ता के कालीनों को रेशमी कालीन दिखाकर निर्यात कर सरकार के साथ धोखाधड़ी की।

आरोपी कारोबारी की पहचान इरफान राशिद के रूप में हुई है। डीआरआई के अतिरिक्त महानिदेशक नितिन सैनी ने डीआरआई टीमों को मामले की जांच करने के निर्देश दिए थे।

कालीन घटिया गुणवत्ता के थे, जबकि व्यवसायी ने दावा किया था कि वे रेशम का उपयोग करके बनाए गए थे और उन्होंने प्रोत्साहन की मांग की थी।

रेशम सामग्री पर सरकार उच्च प्रोत्साहन देती है, जबकि अन्य सामग्री पर कम प्रोत्साहन दिया जाता है। डीआरआई अधिकारियों ने राशिद को संबंधित अदालत में पेश किया, जहां से उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।

सूत्रों ने सुझाव दिया है कि श्रीनगर स्थित कई कंपनियां कालीनों का निर्यात करती हैं और डीआरआई की टीमें उनके दावों और उनके द्वारा आपूर्ति की गई सामग्री की जांच करेंगी। दोषी पाए जाने पर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। कथित तौर पर चार फर्म चलाने वाले आरोपी ने 2018 से दुबई को कालीन निर्यात किए।