बैंगलुरु. महात्मा गांधी को यूं तो पूरा देश औऱ दुनिया बापू के नाम से जानती है. उनके अहिंसा और सत्याग्रह के प्रयोगों को दुनिया के कई देशों के राजनीतिज्ञों ने अपनाया. महात्मा गांधी सिर्फ देश ही नहीं बल्कि दुनिया के लिए भी बेहद सम्मानित शख्सियत हैं लेकिन इस देश की राजनीति अपने फायदे के लिए बापू को भी अपमानित करने से नहीं चूकती.

दरअसल इन दिनों कर्नाटक जंग का मैदान बना हुआ है. वजह है राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव. इसी कड़ी में कट्टर हिंदूवादी संगठन श्रीराम सेना के अध्यक्ष राजू भोसले ने महात्मा गांधी पर बेहद असम्मानजनक टिप्पणी के साथ उनको गाली भी दी. भले ही इससे उनकी चुनावी गोटियां फिट बैठ जाएं लेकिन आजादी के पुरोधा का ये अपमान कईयों को शर्मसार कर गया.

दरअसल एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए राजू भोसले ने कहा कि भगत सिंह ने गांधी का साथ क्या छोड़ा उन्होंने भगत सिंह को फांसी पर चढ़वाकर उसका बदला लिया. इससे पता चलता है कि गांधी (हराम—) है.

इस मामले पर राजनीति गर्मानी थी औऱ वैसा ही हुआ. राजनीतिक पार्टियों ने इस मुद्दे को अपने-अपने तरीके से भुनाना शुरु किया. कांग्रेस की कर्नाटक इकाई ने बेहद सधे शब्दों में भोसले के बयान की आलोचना की. वैसे श्रीराम सेना अपने हिंसक तरीकों के लिए अक्सर चर्चा में रहती है. इसके कई नेता गिरफ्तार भी किए जा चुके हैं. भले ही लोग भोंसले के इस बयान के खिलाफ खड़े हो गए हों लेकिन राजनीतिक पार्टी के नेता का अपनी राजनीतिक रोटी सेंकने के लिए बापू को गाली देना बताता है कि देश में राजनीति का स्तर किस हद तक गिर गया है.