अमृतांशी जोशी, भोपाल। मध्यप्रदेश विधान सभा सत्र में राज्यपाल के अभिभाषण का बहिष्कार करने का ऐलान करने वाले कांग्रेस नेता और विधायक जीतू पटवारी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होगी। इस संबंध में विधानसभा के पूर्व प्रमुख सचिव भगवानदेव इसरनी का बड़ा सामने आया है। उन्होंने कहा कि राज्यपाल के भाषण का बहिष्कार करने के खिलाफ कार्यवाही का कोई नियम नहीं है।

उन्होंने कहा कि पहले भी कई बार राज्यपाल का बहिष्कार किया जा चुका है। ऐसा कोई नियम नहीं जिसके तहत जीतू पटवारी पर कार्यवाही की जाए। भारत के संविधान में विपक्ष को विरोध करने का पूरा अधिकार।

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बता दें कि संसदीय कार्यमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने सदन में जीतू पटवारी के राज्यपाल अभिभाषण बहिष्कार का मुद्दा उठाया। नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष इस संबंध में स्थिति साफ करें. कमलनाथ ने सदन में कहा कि मैं ट्वीट से सहमत नहीं हूं. कमलनाथ बोले मैं इस विषय से सहमत हूं कि सदन की गरिमा की जिम्मेदारी सबकी रही है. ये परंपरा बनाए रखना चाहिए. ये हमारी पार्टी का फैसला नहीं था. मैं ट्वीट से सहमत नहीं हूं.

बता दें कि कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी ने राज्यपाल के अभिभाषण का ऐलान किया था, लेकिन जीतू पटवारी सदन में पक्ष-विपक्ष से अलग-थलग पड़ गए. विधानसभा में पटवारी को कमलनाथ का साथ नहीं मिला. विधायक लक्ष्मण सिंह ने कहा कि बजट आने से पहले मीडिया में लीक कैसे हो जाता है. मुख्यमंत्री शिवराज ने जवाब में कहा कि बजट की गोपनियता बरकरार है. विधानसभा की कार्यवाही कल सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है.

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