नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी में खुफिया ब्यूरो के एक पूर्व अधिकारी पर नाबालिग लड़की से दुष्कर्म का आरोप लगा है. पुलिस ने बताया कि आरोपी इंटेलिजेंस ब्यूरो में सेवानिवृत्त सब इंस्पेक्टर 17 वर्षीय लड़की के पिता का दोस्त है. पुलिस ने जानकारी साझा करते हुए कहा कि आरोपी ने किशोरी को नौकरी दिलाने का झांसा देकर जघन्य अपराध किया. घटना 7 मार्च की है, जब आरोपी लड़की को एक होटल में ले गया और उसके साथ दुष्कर्म किया.

केजरीवाल सरकार की अनूठी पहल मोटिवेशनल स्पीकर श्रृंखला का पांचवां सत्र आयोजित, शिक्षा निदेशक हिमांशु गुप्ता और DM साउथ डिस्ट्रिक्ट सोनालिका जीवानी ने दिए टिप्स

पुलिस ने बताया कि वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी ने उसे घर वापस छोड़ दिया और उसे घटना के बारे में किसी को कुछ भी नहीं बताने की धमकी दी. पीड़िता के बयान के आधार पर पुलिस ने करोल बाग पुलिस स्टेशन में भारतीय दंड संहिता की धारा 376 (बलात्कार) और यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है. इधर आरोपी घटना के बाद से फरार है, उसे पकड़ने के लिए कई टीमों को तैनात किया गया है. पुलिस ने बताया कि आरोपी दिल्ली के उत्तम नगर का रहने वाला है.

अन्य मामले में पुलिस ने कोर्ट द्वारा घोषित अपराधी को किया गिरफ्तार

वहीं दूसरी घटना में दिल्ली पुलिस ने यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण (पॉक्सो) अधिनियम के तहत एक 32 वर्षीय व्यक्ति को गिरफ्तार किया है. वह पिछले 3 साल से फरार चल रहा था. आरोपी की पहचान दिल्ली के नांगलोई निवासी संदीप कुमार के रूप में हुई है. डीसीपी समीर शर्मा ने कहा कि नांगलोई पुलिस स्टेशन में पॉक्सो अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया था, जिसमें 2013 में आरोपी को गिरफ्तार किया गया था. उस समय आरोपी ने खुद को नाबालिग बताया था. उसकी उम्र उस समय 16 साल थी, इसलिए उसे किशोर गृह भेज दिया गया था. हालांकि, फॉरेंसिक विशेषज्ञों द्वारा आरोपी की उम्र की पुष्टि की गई, जिससे पता चला कि अपराध के समय उसकी उम्र लगभग 22 वर्ष थी. डीसीपी ने कहा कि आरोपी संदीप को फिर तिहाड़ जेल में स्थानांतरित कर दिया गया. अगले साल 2014 में उसे जमानत पर जेल से रिहा कर दिया गया था. सजा के डर से आरोपी ने अपना पता बदल दिया था और अपने घर से फरार हो गया था. 2019 के बाद से वो कोर्ट में पेश नहीं हुआ. राष्ट्रीय राजधानी में तीस हजारी कोर्ट ने बाद में उसे जनवरी 2020 में एक घोषित अपराधी घोषित कर दिया था. पुलिस ने कहा कि भगोड़े अपराधी पर निगरानी रखने के लिए एक पुलिस दल का गठन किया गया था, जिसने आरोपी के छिपे रहने के स्थान का पता लगाया और उसे गिरफ्तार कर लिया गया.