रायपुर। राज्य में बुधवार को रायपुर, दुर्ग, कवर्धा सहित अन्य शहरों में कारोबारियों के ठिकानों पर आयकर विभाग की छापेमारी अब राजनीतिक रंग लेने लगी है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बड़ी टिप्पणी करते हुए कहा कि मेरा गेस सही निकला. इनकी वर्किंग से पता चलता है कि जहां ये बौखलाते हैं, वहां टीम भेजते हैं. झारखंड में चुनाव हुए थे, तब भी आईटी की टीम भेजी थी, अब बार यूपी के चुनाव हुए और टीम भेज दी.

बता दें कि राजधानी में बड़े ठेकेदार विनोद जैन और उनसे जुड़े लोगों के दर्जनभर से अधिक स्थानों पर आईटी की छापेमारी की है. इसमें कचना स्थित रोमांस्क्यु विला में उनके रिश्तेदार राशू जैन, पंडरी स्थित होटल पुनीत, अशोका रत्न, हीरापुर के तेंदुआ स्थित चना फैक्ट्री, तेलीबांधा के जीवन विहार में छापामार कार्रवाई की गई है. इसी तरह कवर्धा के कन्हैया अग्रवाल और दुर्ग के मालवीय नगर स्थित एनसी नाहर और जितेंद्र नाहर के मकान और अन्य ठिकानों पर टैक्स चोरी को लेकर कार्रवाई की गई. कन्हैया अग्रवाल के घर और उनकी दुकान अमन इलेक्ट्रॉनिक के उनके भाई विनोद अग्रवाल और नितेश अग्रवाल के मकान पर दबिश दी गई है.

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सूत्रों के अनुसार, दुर्ग के मालवीय नगर स्थित एनसी नाहर और जितेंद्र नाहर के खिलाफ जीएसटी में भी जांच चल रही है. जीएसटी विभाग के अफसरों ने ठेकेदार नाहर के लिए आईटी की टीम को इनपुट दिया था. उसी आधार पर छापे की कार्रवाई की गई है. बीती रात 1 बजे के आस-पास रायपुर से करीबन 65 अधिकारी और कर्मचारी अलग-अलग स्थानों के लिए टीम रवाना हुई थे, जिसमें कई महिला अधिकारी भी शामिल हैं. इसके साथ ही रायपुर पुलिस लाइन से देर रात ही महिला और पुरुष पुलिस बल को भी तैनात कर दिया गया था. आईटी की अन्य टीमें देर शाम तक ठेकेदारों के कॉन्टैक्ट में रहें कई और जगहों पर दबिश देने वाली है.

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