भोपाल. हाल ही में झांसी में पत्रकारों से बात करते हुए भाजपा की फायरब्रांड नेता व केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने कहा था कि वे राजनीति से सन्यास ले रही हैं. वे आगे कोई भी चुनाव नहीं लड़ेगी.

इस बयान के बाद राजनीतिक रणनीतिकारों ने अपने अपने अनुमान लगाने शुरु कर दिए थे. भाजपा भी नए सिरे से रणनीति बनाने में जुट गई थी क्योंकि बुंदेलखंड में उमा भारती के कद का नेता किसी पार्टी के पास नहीं है. जाहिर है कि उमा भारती के सन्यास की घोषणा के बाद बुंदेलखंड की राजनीति में नए सिरे से उठापटक शुरु हो गई थी लेकिन एक बार फिर इस नेत्री ने अपने बयान से पलटी मार ली है.

उमा भारती ने भोपाल स्थित आवास पर पत्रकारों से कहा कि मैंने सिर्फ राजनीति से कुछ समय के लिए ब्रेक लिया है. फिलहाल मैं राजनीति से सन्यास नहीं लेने जा रही हूं. उन्होंने कहा कि मैंने सिर्फ अगले तीन साल तक चुनाव न लड़ने के अपने फैसले से भाजपा की टाप लीडरशिप को अवगत कराया था, जिसपर फैसला पार्टी करेगी.

उमा भारती के इस बयान के बाद साफ हो गया है कि ये सिर्फ उमा का पालिटिकल स्टंट था. अब उनके यू टर्न के बाद स्पष्ट है कि उमा भारती अभी अपनी राजनीति को विराम नहीं देने जा रही हैं.