राकेश चतुर्वेदी,भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा के बजट सत्र के तीसरे दिन की कार्यवाही जारी है. सदन में वित्तीय वर्ष 2021-2022 के तृतीय अनुपूरक बजट अनुमान मांगों पर चर्चा हुई. इसके बाद वित्त मंत्री जगदीश देबड़ा ने तृतीय अनुपूरक बजट प्रस्ताव पेश किया है. 15 हजार 216 करोड़ से ज्यादा का तृतीय अनुपूरक बजट सदन में पारित हो गया है. विधानसभा की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित कर दी गई है.
राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा हुई. सदन में गौ सेवा अनुदान का मुद्दा गूंजा. कांग्रेस विधायक विनय सक्सेना ने मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा कि बीते 8 महीने से गौशाला संचालकों को अनुदान नहीं मिल रहा है. विनय सक्सेना ने सरकार पर पक्षपात का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि विपक्षी विधायकों की समस्याओं को नहीं सुना जाता है. मुख्यमंत्री के कार्यक्रमों में कांग्रेस जनप्रतिनिधियों को नहीं बुलाते हैं.
इससे पहले ध्यान आकर्षण में ओलावृष्टि का मुद्दा सदन में उठा. मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि सरकार किसान हितैषी है. इसके जवाब में पूर्व मंत्री गोविंद सिंह बोले कि सर्वे गलत हुआ है. वहीं सारंग ने कहा कि किन फर्जी किसानों ने मुआवजा लिया है और वो किस पार्टी है, उसका कच्चा चिट्ठा मेरे पास है. हमने जांच की जो दोषी है, उनके खिलाफ FIR दर्ज की है. कांग्रेस की सरकार के दौरान सर्वे में गड़बड़ हुई थी. कांग्रेस कार्यकर्ताओं को गलत मुआवजा के पैसे दिए गए.
झूमा सोलंकी के सवाल के जवाब से संतुष्ट न होने पर कांग्रेस ने किया बहिर्गमन. विधायक हिना लेखी राम ने पूछा था कि झूमा सोलंकी की अनुपस्थिति में उनका जवाब. भीकन गांव विधानसभा क्षेत्र में 175 फालये और मंझरे में बिजली नहीं है. ओलावृष्टि क्षतिपूर्ति वितरण में अनियमितता की पूर्व मंत्री डॉक्टर गोविंद सिंह ने EOW से जांच करवाने की सदन में की मांग की.
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