शरद पाठक, छिंदवाड़ा। मध्यप्रदेश में रिश्वतखोर अधिकारी-कर्मचारियों की संख्या दिनों-दिन बढ़ती जा रही है. एमपी में दो साल में 277 सरकारी अधिकारी और कर्मचारी रिश्वत लेते पकड़े गए हैं वहीं ताजा मामला छिंदवाड़ा जिले से सामने आया है. जहां एसडीएम कार्यालय में ई गवर्नेन्स के सहायक प्रबंधक हितेश देशमुख को रिश्वत लेते लोकायुक्त की टीम ने रंगे हाथों पकड़ा है.
ई गवर्नेन्स के कर्मचारी हितेश देशमुख ने कियोस्क संचालक से आधार सेंटर के भौतिक सत्यापन और प्रतिमाह आधार सेंटर की आईडी को जारी रखने के लिए 4000 हजार रिश्वत मांगी थी. साथ ही रिश्वत नहीं देने पर आरोपी सहायक प्रबंधक ने आईडी बंद करा देने की धमकी दी थी.
फरियादी राजीव प्रसाद शिव ने परेशान होकर इसकी शिकायत लोकायुक्त से कर दी. वहीं आज टीम ने जाल बिछाकर रिश्वतखोर सहायक प्रबंधक को कलेक्ट्रेट के सामने चाय की दुकान पर रिश्वत लेते गिरफ्तार कर लिया। इस कार्रवाई में मुख्य भूमिका निरीक्षक सुरेखा परमार, निरीक्षक स्वप्निल दास, निरीक्षक भूपेंद्र दीवान की रही.
हम आपको बता दें कि आरोपी हितेश देशमुख को कोरोना काल में उसकी उत्कृष्ट सेवाओं के लिए प्रभारी मंत्री कमल पटेल के द्वारा पुरस्कृत भी किया जा चुका है.
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