वीरेंद्र गहवई, बिलासपुर। वन कर्मियों के सब्र का बांध टूट पड़ा है. अपनी 12 सूत्रीय को लेकर छत्तीसगढ़ वन कर्मचारी बैनर तले वन कर्मी बिलासपुर वन मंडल कार्यालय के बाहर तंबू तानकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठ गए हैं. वन कर्मियों के आंदोलन पर जाने से जंगलों की सुरक्षा खतरे में पड़ गई है.

वन कर्मचारियों की मांगों में वेतन विसंगति सहित अन्य मांगें शामिल हैं. हड़ताल का असर भी कार्यालय में नजर आया, जहां गिनती के कर्मचारी काम करते नजर आए. दूसरी तरफ जंगलों की सुरक्षा पर भी खतरा मंडराने लगा है, जो इन कर्मचारियों के कंधे पर है. आंदोलन में जुटे छग वन कर्मचारी संघ के जिला अध्यक्ष रामसुख ने बताया कि अपनी 12 सूत्रीय मांगों को लेकर समय-समय पर शासन को ज्ञापन देते रहे हैं. लेकिन शासन ने हठधर्मिता दिखाते हुए हमारी मांगों पर विचार नहीं किया.

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उन्होंने वन रक्षक, फारेस्टर और डिप्टी रेंजर पे ग्रेड में बढ़ोतरी का मुद्दा उठाते हुए कहा कि हमारी मांग को शासन द्वारा पूरा नहीं किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होगी, तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा.

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