रायपुर। विधानसभा में बजट सत्र के दौरान सोमवार को अनुदान मांग पर चर्चा हुई. जेसीसीजे विधायक धरमजीत सिंह ने सिम्स के लिए नए भवन की मांग की, वहीं कांग्रेस विधायक शैलेष पांडेय ने कोरोना के दौरान इलाज करने वाले सभी अस्पताल के ऑडिट कराने की मांग की.

जेसीसीजे विधायक धरमजीत सिंह ने कहा कि सरकार ने जो घोषणाएं की वो आज भी अधूरी है. कोरोना से मृत्यु और मुआवजे की गलत जानकारी दी गई है. प्रदेश में कई मेडिकल कॉलेज अब तक खुल नहीं पाए हैं. वहीं समग्र विकास के तहत 2021-22 के लिए 200 करोड़ रुपए का प्रावधान था, लेकिन खर्च केवल 80 करोड़ रुपए हुआ, और इस वित्तीय वर्ष भी 200 करोड़ का बजट प्रावधान है.

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धरमजीत सिंह ने चर्चा के दौरान सिम्स के लिए नए भवन की मांग की. उन्होंने कहा कि जहां सिम्स है, उसका हाल बनारस की कचोरी गली की तरह है. उन्होंने कहा कि लोग प्राइवेट अस्पतालों में बिल कम कराने के लिए अक्सर आते हैं, इसके लिए उन्होंने प्रावधान करने की मांग की. बिलासपुर के कांग्रेस विधायक शैलेश पांडेय ने धरमजीत की मांगों का समर्थन किया. साथ ही उन्होंने विषय को आगे बढ़ाते हुए कोरोना के दौरान इलाज करने वाले सभी अस्पताल के ऑडिट कराने की मांग की.

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