सत्यपाल सिंह राजपूत, रायपुर. छत्तीसगढ़ विद्युत संविदा कर्मचारी पिछले 14 दिनों से अपनी मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे हैं. मामले में अब तक कोई सुनवाई नहीं हुई है. इससे निराश होकर आक्रोशित होकर कर्मचारी CM हाउस घेराव करने के लिए निकले थे, लेकिन पुलिस ने बीच में ही रास्ते में ही रोक लिया है. बीच में ही रास्ते में रोकने के बाद CM के नाम SDM को ज्ञापन सौंपा गया.

छत्तीसगढ़ विद्युत संविदा कर्मचारी संघ के महामंत्री उमेश पटेल ने बताया कि पिछले 14 दिनों से अपनी मांगों को लेकर हम अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे हैं. मांग पूरी न होने से निराश होकर हम लोग CM हाउस घेराव करने निकले थे, लेकिन पुलिस ने बीच में ही रास्ता रोक लिया. जिसके बाद CM के नाम SDM को ज्ञापन सौंपा गया है.

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उन्होंने अपनी मांगों को बताते हुए कहा कि पावर कंपनी में कार्यरत सभी विद्युत संविदा कर्मचारियों को लाइन परिचारक के रिक्त पदों पर नियमित किया जाए और हमारी दूसरी मांग यह है कि पावर कंपनी में सेवा कार्य के दौरान मृतक संविदा कर्मचारियों के परिजनों में से किसी एक को अनुकंपा नियुक्ति के साथ उचित मुआवज़ा दिया जाए.

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वहीं अपने दर्द को बयां करते हुए कहा कि वे संविदा में सेवा दे रहे हैं, लेकिन हमारे लिए कोई नियम क़ानून नहीं है. कांग्रेस सरकार ने घोषणा पत्र में वादा किया था, लेकिन अभी तक वादा नहीं निभाया है. जिन साथियों की मौत हो गई है उनके परिवार सड़क में आ जाते हैं. उनके लिए कोई प्रावधान नहीं है. लगभग 50 से ज़्यादा साथ ही हमारे बिजली दुर्घटना में अपंग हो चुके हैं. वहीं दो दर्जन से ज़्यादा साथियों की मौत हो चुकी है, लेकिन अब तक कोई सुनवाई नहीं हो रही है.