हकिमुददीन नासिर. महासमुन्द. राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजना मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत महिला बाल विकास विभाग के अधिकारियों एक बड़ी लापरवाही सामने आई है. आज उनकी गलती का खामियाजा उन परिवारों को उठाना पड़ रहा है, जिन्होंने इस योजना के तहत अपनी बेटी की शादी की सभी तैयारियों पूरी कर ली थी.
महासमुंद जिले में आज यानी 24 मार्च को मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत 200 जोडों की शादी होनी थी. जिसके लिए महिला बाल विकास विभाग द्वारा वर-वधू का पंजीयन भी कर लिया गया और मौखिक तौर पर हितग्राहियो को 24 मार्च को बिरकोनी चण्डी मंदिर मे विवाह कार्यक्रम आयोजन करने की बात कही गयी थी.
इसी सके आधार पर कुछ हितग्राही के परिजन शादी समारोह की तैयारी में जुट गये, पर 23 मार्च को आंगनबाडी कार्यकर्ताओ द्वारा सूचना दी गयी कि शादी अब अप्रैल के प्रथम सप्ताह मे आयोजित की जायेगी.
जिससे शादी की तैयारी कर चुके वर-वधू के परिवार वालो की मुसीबत बढ़ गयी. ऐसे ही हालात महासमुंद शहर के पुराना रावणभाठा में देखने को मिले. पुराना रावण भाठा निवासी यश धीवर व रामानंद धीवर ने मीडिया को बताया कि हमने तैयारी कर ली है, अपने मेहमानो को न्यौता दे चुके है. बिटिया की तेल हल्दी की रस्म कर लिये है, लडके वाले भी सारी तैयारियाँ कर ली है, अब आंगनबाडी कार्यकर्ता आकर कहती है कि शादी 24 मार्च के बजाय अब अप्रैल के प्रथम सप्ताह में होगी.
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इस पूरे मामले मे जब मीडिया ने कलेक्टर से सवाल किये तो कलेक्टर निलेश क्षीरसागर का कहना है कि शिकायत के बाद महिला बाल विकास अधिकारी से जानकारी ली गयी तो उन्होने बताया कि अभी शादी की तारिख तय नहीं थी अप्रैल के प्रथम सप्ताह मे मुख्य अतिथि का समय मिला है तो उस तिथि मे शादी होगी, पर जो जानकारी आप लोगो से मिली है तो जांच कराई जायेगी जांच में जो तथ्य आयेगा उसके अनुसार कार्यवाही की जायेगी.