सुप्रिया पांडेय, रायपुर. राज्य महिला आयोग के स्थापना दिवस के मौके पर राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ किरणमयी नायक ने पत्रकार वार्ता की. अध्यक्ष किरणमयी नायक ने कहा राज्य महिला आयोग की स्थापना 24 मार्च 2001 को हुई थी. पिछले 21 वर्षों से आयोग छत्तीसगढ़ में महिलाओं की समस्याओं के समाधान के लिए लगातार कार्य किया जा रहा है. 2018 में नई सरकार के गठन के बाद से महिलाओं की समस्याओं के समाधान में काफी तेजी आई है, लॉकडाउन के दौरान पीड़ित महिलाओं को न्याय दिलाने में छत्तीसगढ़ महिला आयोग पूरे देश में अव्वल रहा.
बता दें कि, प्रदेश के हर जिले में डीएमएफ मद से महिला आयोग को पैसे मिलेंगे. वहीं दुर्ग जिले से 10 लाख रुपए और कांकेर से 5 लाख रुपए डीएमएफ फंड से महिला आयोग को मिले हैं. अप्रैल से मुख्यमंत्री महतारी न्याय रथ की शुरुआत होगी. महतारी न्याय रथ के लिए डीएमएफ फंड से राशि स्वीकृत कर आयोग के फंड में ट्रांसफर किया जाएगा. मुख्यमंत्री महतारी न्याय रथ कई जिलों में निकाला जाएगा. इस रथ के माध्यम से महिलाओं की समस्याओं का निराकरण होगा.
महिलाओं की समस्याओं, कानूनी अधिकारों से संबंधित विषयों पर वीडियो ऑडियो क्लिपिंग के माध्यम से प्रचार प्रसार किया जाएगा. महिलाओं की समस्याओं के समाधान के लिए उन्हें आयोग द्वारा प्रशिक्षण दिया जाएगा. सखी वन स्टॉप सेंटर के काउंसलर और अन्य स्टॉफ समेत अधिकारीगणों को कानूनी जानकारी के लिए महिलाओं के समस्याओं के त्वरित जांच के लिए प्रशिक्षण दिया जाएगा. इसके अलावा महिलाओं और बालिकाओं को आत्मरक्षा के गुण भी सिखाए जाएंगे.
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