सत्यपाल सिंह राजपूत, रायपुर. नियमितीकरण और मुआवजा राशि की मांग को लेकर पिछले 17 दिनों से संविदा विद्युत कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर है.अब हड़ताल को लेकर कलेक्टर ने आदेश धारा 144 लगाते हुए आंदोलन खत्म करने की चेतावनी दी है. जिसके बाद कर्मचारियों ने आरोप लगाते हुए कहा है कि ये आंदोलन को तोड़ने की साजिश की जा रही है.

विवेक भगत संविदा विद्युत कर्मचारी संघ के प्रदेशाध्यक्ष ने कलेक्टर के जारी आदेश को तुगलकी फरमान बताते हुए कहा है कि यह आंदोलन को खत्म करने का एक षड्यंत्र है, जिसे हम समझ चुके हैं. जब तक हमारे शरीर में जान रहेगी अपनी मांग को लेकर लड़ते रहेंगे. धरना स्थल पर हम बैठे रहेंगे चाहे जितना भी नोटिस जारी कर लिया जाए धरना स्थल से नहीं हटेंगे.

साथ ही संघ के महामंत्री ने कहा कि, आंदोलन को तोड़ने के लिए जिला प्रशासन की कोशिश है. जिसे हम समझ चुके हैं. पुलिस द्वारा बार-बार प्रेशर बनाया जा रहा है, लेकिन हम धरना स्थल नहीं छोड़ेंगे अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी रहेगी.

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आगे उन्होंने कहा, पिछले डेढ़ माह से हमने कार्य का बहिष्कार किया है. पिछले 17 दिन से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई है. कोई अधिकारी मिलने नहीं आए हैं. जैसा कि चुनाव से पहले कांग्रेस ने वादा किया था, लेकिन अब तक वादा भी पूरा नहीं हुआ है. आंदोलन के दौरान कोई जनप्रतिनिधि मिलने नहीं आए हैं. लेकिन अब आंदोलन को खत्म कराने की कोशिश की जा रही है. जो हमें बर्दाश्त नहीं है. हमारी मांग यही है कि जल्द से जल्द हमें नियमित किया जाए साथ ही हमारे घायल साथियों को मुआवज़ा दिया जाए. साथ ही मृतक साथियों के परिजनों को भी मुआवजा के साथ नौकरी का भी प्रावधान किया जाए.