अहमदाबाद. पीएम नरेंद्र मोदी भले ही गुजरात माडल की दुनियाभर में बात करते हों लेकिन इन दिनों गुजरात सरकार काफी शर्मिंदगी झेल रही है. हाल ही में एख दलित व्यक्ति के आत्महत्या करने का मामला ठंडा भी नहीं पड़ा था कि एक आदिवासी महिला को खूंटों में जानवरों की तरह बांधकर पीटा गया.
गुजरात के नर्मदा जिले के नांदेड़ तालुका के बिटाडा गांव की रहने वाली बुचीबेन बसावा का बेटा कल्पेश वसावा ने उसी गांव की एक लड़की से छुपकर कोर्ट मैरिज कर ली. शादी के बाद लड़की के मां-बाप ने कल्पेश पर ढाई लाख रुपये देने का दबाव बनाया. जब कल्पेश का परिवार लड़की वालों की ये मांग पूरी नहीं कर सका तो लड़की के घरवालों ने बुचीबेन के घर पर अचानक धावा बोल दिया. उस वक्त बुचीबेन घर पर अकेली थी. लड़की के परिवार वालों ने बुचीबेन को घर से बाहर घसीटा औऱ उसको खूंटे से बांधकर उसकी जानवरों की तरह निर्मम पिटाई की.
घटना की सूचना गांव की ही एक महिला ने पुलिस को दी. पुलिस ने बजाय महिला की मदद करने या दोषियों के खिलाफ कोई कार्ऱवाई करने के बजाय पीड़ित महिला को ही चुप रहने की सलाह दी. इस घटना की जानकारी सोशल मीडिया पर होते ही घटना वायरल हो गई औऱ गुजरात सरकार और स्थानीय प्रशासन की लोग जमकर खिंचाई कर रहे हैं.