हैदराबाद. पुलिसवालों के कारनामे अक्सर विभाग के लिए शर्मिंदगी का सबब बनते हैं. ऐसा ही कारनामा हैदराबाद के बेगमपेट डिवीजन के असिस्टेंट कमिश्नर आफ पुलिस (एसीपी) एस रंगाराव ने कर दिखाया है.
पुलिस ने कुछ महिलाओं को अरेस्ट किया. पुलिस की कहानी के मुताबिक ये महिलाएं ज्वैलरी शाप्स में कस्टमर बनकर जाती थीं औऱ वे मौका पाकर वहां से ज्वैलरी उड़ा देती थी. इन महिलाओं के खिलाफ छह अलग-अलग थानों में केस दर्ज हैं. पुलिस ने दावा किया कि इन महिलाओं का आपराधिक रिकार्ड रहा है.
पुलिस अधिकारियों ने अपनी वाहवाही बटोरने के लिए बकायदा घटना की जानकारी देने के लिए प्रेस कांफ्रेंस का आयोजन किया. इस कांफ्रेंस को बेगमपेट डिवीजन के एसीपी एस रंगाराव आयोजित कर रहे थे. एसीपी जब मीडिया के अपने कारनामे के बारे में बता रहे थे और महिला को दोषी बता रहे थे. उसी दौरान उनके पीछे खड़ी बी. मंगा नाम की महिला ने कहा कि वह किसी भी अपराध में शामिल नहीं रही है बल्कि पुलिस उसे बेवजह फंसा रही है. फिर क्या था एसीपी साहब का पारा सातवें आसमान पर पहुंच गया औऱ उन्होंने आव देखा न ताव सीधे कुर्सी से खड़े हुए और अपने पीछे खड़ी महिला को तमाचा रसीद कर दिया.
पुलिस अधिकारियों ने घटना पर लीपापोती करते हुए मामले की जांच के आदेश देने की बात कही है. आरोपी एसीपी का तबादला किए जाने की बात कहकर पुलिस विभाग के जिम्मेदार अपना पल्ला झाड़ने में जुटे हैं. इस घटना के सोशल मीडिया पर वायरल होते ही एसीपी साहब के इस कारनामे की लोगों ने जमकर आलोचना की.
इस घटना के बाद सवाल उठता है कि जो पुलिस भरी मीडिया के सामने एक महिला को थप्पड़ मार सकती है. वो अकेले में किस तरह का बर्ताव लोगों के साथ करती होगी. वैसे एसीपी साहब की बहादुरी के किस्से लोग बेहद गुस्से के साथ सोशल मीडिया पर शेयर कर रहे हैं.
देखिये एसीपी साहब की मर्दानगी का वीडियो…
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