शब्बीर अहमद, भोपाल। राजधानी भोपाल में गिरफ्तार हुए चार जमात-ए-मुजाहिद्दीन (Jamaat-e-Mujahideen) के आतंकी मध्यप्रदेश में स्लिपर सेल बनाने नहीं बल्कि बड़ी वारदात को अंजाम देने की नियत से आए थे। एटीएस (Anti-Terrorism Squad) की जांच में इसका खुलासा हुआ था।
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एटीएस के अनुसार, जमात- ए-मुजाहिद्दिन के आतंकी मध्यप्रदेश में मॉड्यूल बनाकर प्रदेश के सेंसेटिव इलाकों में आतंकी धमाके करने वाले थे। आतंकियों ने मध्यप्रदेश के कई लोगों को बहकाने की भी कोशिश की थी, लेकिन लोग इनके बहकावे में नहीं आए और एटीएस तक इसकी सूचना दी।जिसके बाद एटीएस ने भोपाल से जमात-ए-मुजाहिदीन के 5 आतंकियों को पकड़ाया था। साथ ही विदिशा से आतंकियों के मुख्य मददगार को भी पकड़ा गया था।
दरअसल, भोपाल से ATS ने 4 आतंकियों को गिरफ्तार किया था। जो कि प्रतिबंधित आतंकी संगठन जमात-ए-मुजाहिद्दीन (बांग्लादेश) के सदस्य हैं. 4 आतंकी को ऐशबाग इलाके से और इनकी निशानदेही पर करोंद इलाके 1 आतंकी गिरफ्तार हुए थे। आतंकियों से भारी मात्रा में जेहादी साहित्य, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और संदिग्ध दस्तावेज भी मिले थे।
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