रणधीर परमार, छतरपुर। जिले के शाहगढ़ थाना अंतर्गत रावतपुरा गांव में रहने भील आदिवासियों की झोपड़ी में गांव के दबंगों ने आग लगा दी। जिससे झोपड़ी में रखा गृहस्थी का सारा सामान जलकर खाक हो गया। वहीं जब वो इसकी शिकायत करने थाना पहुंचे तो पुलिस ने वहां से भगा दिया। जिसके बाद पीड़ितों ने कलेक्टर से शिकायत करते हुए न्याय की गुहार लगाई है।
दरअसल, घटना 2 अप्रैल की है. भील आदिवासी परिवारों का अनारी यादव से महुआ बिनने को लेकर विवाद हुआ था। इसी बात को लेकर अनारी यादव ने अपने कुछ साथियो ने मिलकर उनकी झोपड़ियों में आग लगा दी. परिवार के सदस्यों ने तो किसी कदर भाग कर अपनी जान तो बचा ली, लेकिन उनके घर से रखे खाने-पीने की चीजे और कपड़े जल गए.
वहीं डरे-सहमे पीड़ित जिला मुख्यालय पहुंचकर कलेक्टर को शिकायती आवेदन देते हुए न्याय की गुहार लगाई है। शिकायतकर्ताओं ने यह भी बताया कि जब वो अपनी फरियाद लेकर थाने पहुंचे तो पुलिस ने रिपोर्ट लिखने की बजाए उन ऊपर दवाब बनाया और रात को 3 बजे तक थाने में बिठाए रखा।
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