नई दिल्ली. संसद का बजट सत्र गुरुवार को संपन्न हुआ. हालांकि इसका समापन 8 अप्रैल को होना था, लेकिन तय समय से एक दिन पहले ही लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई.
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने बताया कि हम उम्मीद कर रहे हैं कि 2023 तक सभी विधान मंडल (विधायिका संबंधी) की कार्यवाही एक मंच पर लाई जाएंगी. मेटा-डेटा के आधार पर सभी को हर विधान मंडल की जानकारी मिलेगी. उन्होंने कहा कि हमारी कोशिश है कि हर साल की कार्यवाही की जानकारी इस प्लेटफॉर्म पर लोगों को आसानी से मिल जाए. उन्होंने बताया कि इस सत्र में 13 विधेयक पारित हुए.
बजट पर हुई अच्छी चर्चा- स्पीकर
स्पीकर ने कहा कि इस बार के सत्र में सभी सांसदों ने कई बार देर रात तक सदन की कार्यवाही में भाग लिया. उन्होंने बताया कि बजट सत्र में 13 विधेयक पारित होने के अलावा 5 विषयों पर अनुदान मांगों पर भी चर्चा हुई. बजट पर भी अच्छी चर्चा हुई. उन्होंने कहा कि हमारी कोशिश रहती है कि सदन बिना किसी बाधा के चले. हम सभी को इस सदन की मर्यादा और गरिमा को बनाए रखना चाहिए.
पिछली बार से अच्छा रहा सत्र- स्पीकर
उन्होंने बताया कि इस सत्र में सभी की अच्छी भागिदारी रही और इसी का नतीजा है कि इस बार की प्रोडक्टिविटी 129 प्रतिशत रही है. 8वें सत्र तक प्रोडक्टिविटी 106 फीसदी रही है. उन्होंने बताया कि पिछले अनुभवों के मुकाबले इस बार का सत्र अच्छा रहा. इस बार दिल्ली नगर निगम एकीकरण विधेयक और आपराधिक प्रक्रिया (पहचान) विधेयक जैसे महत्वपूर्ण विधेयक पारित हुए.
राज्यसभा में 11 विधेयक पास
राज्यसभा के सभापति एम. वेंकैया नायडू ने बताया कि इस सत्र में सभी व्यवधानों और स्थगन की वजह से राज्यसभा को करीब साढ़े 9 घंटे का नुकसान हुआ है. हालांकि सदस्यों ने 9 घंटे 16 मिनट एक्स्ट्रा बैठकर इसकी भरपाई की. उन्होंने इस सत्र में सदन का प्रोडक्टिविटी रेट 99.8 प्रतिशत रही. सभापति ने राज्यसभा में इस सत्र में 11 विधेयक पास होने की भी जानकारी दी.