रायपुर. Google ने कथित तौर पर Play Store से कई फेक एंटीवायरस ऐप्स को हटा दिया है. आजकल ऐसे कई फेक मौजूद हैं जो आपके डाटा के साथ छेड़छाड़ कर नुकसान पहुंचा सकते हैं. कई फर्जी ऐप के जरिए लोगों का बैंक अकाउंट तक खाली कर दिया जाता है. एक रिपोर्ट के मुताबिक, Google Play Store में कम से कम 6 एंटीवायरस ऐप का इस्तेमाल बैंकिंग मैलवेयर फैलाने के लिए किया गया था. रिपोर्ट से आगे पता चलता है कि इन ऐप्स ने वास्तविक एंटी-वायरस समाधान होने का दिखावा किया, जबकि वास्तव में उन्होंने शार्कबॉट नाम के एक एंड्रॉयड स्टेलर को डाउनलोड और इंस्टॉल किया था.
इन ऐप्स को गूगल प्ले स्टोर ने हटाया
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दरअसल, शार्कबॉट एक बैंकिंग मैलवेयर है जो आपकी पर्सनल जानकारी जैसे क्रेडेंशियल और बैंकिंग जानकारी चुरा लेता है. मैलवेयर एक जियोफेंसिंग फीचर और चोरी की तकनीक को लागू करता है जो इसे सबसे अलग बनाता है. मैलवेयर विक्टेम को उन विंडो में अपने क्रेडेंशियल दर्ज करने के लिए लुभाता है जो देखेन में बिलकुल क्रेडेंशियल इनपुट फॉर्म की तरह लगते हैं.
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एक बार जब आप नकली इनपुट विंडो में अपनी जानकारी दर्ज करते हैं, तो आपकी डिटेल मैलिसियस सर्वर के माध्यम से धोखेबाजों को भेज दी जाती हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, मैलवेयर हर संभावित शिकार को टारगेट नहीं करता है और इसमें जियोफेंसिंग फीचर भी है. साइबर सुरक्षा रिपोर्ट से यह भी पता चला है कि शार्कबॉट भी चोरी की तकनीक का इस्तेमाल करता है.चेक प्वाइंट रिसर्च द्वारा सर्च किए गए एप्लिकेशन को लगभग 15 हजार बार डाउनलोड और इंस्टॉल किया गया था. ऐप्स तीन डेवलपर अकाउंट, Zbynek Adamcik, Adelmio Pagnotto और Bingo Like Inc. से आए थे.
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