रायपुर. आज का पंचांग – दिनांक 12.04.2022 शुभ संवत 2079 शक 1944 सूर्य उत्तरायण का चैत्र मास शुक्ल पक्ष एकादशी तिथि रात्रि को 05 बजकर 03 मिनट तक दिन मंगलवार आश्लेषा नक्षत्र दिन 08 बजकर 35 मिनट तक आज चंद्रमा कर्क राशि में आज का राहुकाल दोपहर को 03 बजकर 12 मिनट से 04 बजकर 46 मिनट तक रहेगा.
आज के राशियों का हाल तथा ग्रहों की चाल
मेष राशि – मेष राशि के स्वामी मंगल ग्रह हैं. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मंगल को सभी ग्रहों का सेनापति माना जाता है. मेष राशि में राहु का आना कुछ मामलों में नकारात्मक फल प्रदान कर सकता है. इस दौरान विरोध और गलत कामों को करने से बचना चाहिए. आपको धन की हानि भी हो सकती है. उपाय – काला वस्त्र या तिल का तेल दान करें. शनि के बीज मंत्र का जाप करें.
वृष राशि – राहु आपके बारहवें स्थान पर, जबकि केतु आपके छठे स्थान पर गोचर करेंगे. राहु-केतु के इस गोचर के प्रभाव से आपके अचानक से खर्चें बढ़ सकते हैं. सेहत के मामले में इस दौरान आपको अपनी आंखों और गले का खास ध्यान रखना चाहिए. साथ ही अपने महत्वपूर्ण काम करते समय आपको अधिक सावधानी बरतने की जरूरत है. कोई विरोधी आपके काम में रुकावट डाल सकता है. उपाय – मूली का दान करें. राहु मंत्र का जाप कर सूक्ष्म जीवों को आहार दें.
मिथुन राशि – राहु आपके ग्यारहवें स्थान पर, जबकि केतु आपके पांचवें स्थान पर गोचर करेंगे. राहु-केतु के इस गोचर के प्रभाव से आपके जीवन में धन लाभ के अवसर सामने आ सकते हैं. आपको वाहन, जीवनासाथी और संतान से संबंधित हर प्रकार का सुख मिलेगा. सामाजिक कार्यों में लगे रहने से आपका मान-सम्मान और पद-प्रतिष्ठा भी बने रहेंगे. उपाय – गाय को रोटी खिलायें. मंगल के यत्र की पूजा के साथ मंगल के मंत्र का जाप करें.
कर्क राशि – राहु आपके दसवें स्थान पर, जबकि केतु आपके चौथे स्थान पर गोचर करेंगे. राहु-केतु का ये गोचर आपके लिये हर तरह से लाभकारी और सफलता दिलाने वाला रहेगा. सरकारी क्षेत्र में काम कर रहे लोगों के बड़े अधिकारियों से संबंध अच्छे होंगे. आपके यश, सम्मान में भी वृद्धि होगी. उपाय – सूर्य को जल दें. गुड या खीर खिलायें.
सिंह राशि – राहु आपके नवें स्थान पर, जबकि केतु आपके तीसरे स्थान पर गोचर करेंगे. राहु-केतु के इस गोचर के प्रभाव से धार्मिक कार्यों के प्रति आपकी रुचि कुछ कम हो सकती है. आपको जीवन के जरूरी कार्यक्षेत्र में बाधा साथ ही स्वास्थ्य एवं संबंध में भी कष्ट दिखाई देगा छात्रों को प्रतियोगी परीक्षाओं में भी बाधा नजर आ रहे हैं. उपाय -जल में कच्चा दूध डालकर अभिषेक करें. दुर्गा चालीसा का पाठ करें.
कन्या राशि – राहु आपके आठवें स्थान पर, जबकि केतु आपके दूसरे स्थान पर गोचर करेंगे. राहु-केतु के इस गोचर के प्रभाव से आपको स्वास्थ्य संबंधी कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. इसके अलावा व्यावसायिक दृष्टि से आपको थोड़ा संभलकर काम करना चाहिए और अपने आस-पास के लोगों से प्रेम भाव बनाकर रखना चाहिए. उपाय – राहु-केतु की अशुभ स्थिति से बचने के लिए बहते जल में चार नारियल प्रवाहित करें.
तुला राशि – राहु आपके सातवें स्थान पर, जबकि केतु आपके पहले स्थान पर गोचर करेंगे. राहु-केतु के इस गोचर के प्रभाव से जीवनसाथी के साथ आपके संबंध बहुत अच्छे रहेंगे. आपको कारोबार में मुनाफा मिलेगा. हालांकि शत्रु पक्ष के प्रति आपको थोड़ी सावधानी बरतने की जरूरत है. उपाय – तांबे की अंगूठी दान करें. मंगल के मंत्रों का जाप करें.
वृश्चिक राशि – राहु आपके छठे स्थान पर, जबकि केतु आपके बारहवें स्थान पर गोचर करेंगे. राहु-केतु के इस गोचर के प्रभाव से आपको बिजनेस में अचानक से लाभ और नौकरी में पदोन्नति मिल सकती है. साथ ही व्यर्थ के खर्चों पर भी नियंत्रण रखने की जरूरत है. इस दौरान किसी भी काम को टालने से आपको बचना चाहिए. संतान पक्ष से आपको उम्मीद के अनुसार लाभ नहीं मिल पायेगा. उपाय – इस दौरान राहु-केतु के शुभ फल पाने के लिए गणपति अर्थवशीर्ष का पाठ करें. हरी इलायची या खटटेफल दान करें.
धनु राशि – राहु आपके पांचवें स्थान पर, जबकि केतु आपके ग्यारहवें स्थान पर गोचर करेंगे. राहु-केतु के इस गोचर के प्रभाव से आपको संतान की तरफ से पूरा सहयोग नहीं मिल पायेगा. आपको कारोबार में लाभ पाने के लिये लगातार मेहनत करते रहनी चाहिए. साथ ही किसी भी तरह के कॉम्पिटिशन में आपको मजबूती के साथ अपना प्रदर्शन करना चाहिए. उपाय – भोजन की थाली से भोजन निकालकर कुत्ते को दें. दूध या चावल का दान करें.
मकर राशि – राहु आपके चौथे स्थान पर, जबकि केतु आपके दसवें स्थान पर गोचर करेंगे. राहु-केतु के इस गोचर के प्रभाव से आपको पारिवारिक सुख में कमी महसूस हो सकती है. आपको इस दौरान अपने विरोधी पक्ष से थोड़ा सावधान रहना चाहिए. इसके अलावा आपको अपनी माता की सेहत का ख्याल रखना चाहिए. उपाय – छायापात्र का दान करें. दत्तात्रेय मंत्र का जाप करें.
कुंभ राशि – राहु आपके तीसरे स्थान पर, जबकि केतु आपके नवें स्थान पर गोचर करेंगे. राहु-केतु के इस गोचर के प्रभाव से आपको जीवन में लाभ और सफलता मिलेगी. परिवार के लोगों से, खासकर कि संतान से आपको सहयोग मिलेगा. नौकरी के क्षेत्र में आपकी तरक्की होगी. आपके अधिकार क्षेत्र में वृद्धि होगी. हालांकि धार्मिक कार्यों के प्रति आपकी रुचि कुछ कम हो सकती है. उपाय – चंद्रमा को अध्र्य देकर आहार ग्रहण करें. सुहाग सामग्री का दान करें.
मीन राशि – राहु आपके दूसरे स्थान पर, जबकि केतु आपके आठवें स्थान पर गोचर करेंगे. इस दौरान आपको पैसों के मामले में थोड़ा सावधान रहने की जरूरत है. अपने काम का फालेअप लगातार देना आपके लिये ज्यादा अच्छा होगा. परिवार के मामले में भी किसी तीसरे व्यक्ति से कोई राय न लें, तो बेहतर रहेगा. हर कार्य में सर्तक एवं स्वास्थ्य के लिए सावधान रहें. उपाय – लाल वस्तु का दान एवं गायत्री मंत्र का जाप करें.
पंडित – प्रिय शरण त्रिपाठी, ज्योतिषाचार्य.