मुकेश मिश्रा, अशोकनगर। मप्र के अशोकनगर में गेहूं खरीदी को लेकर हर साल की तरह इस बार फिर शुरुआती दौर में ही विवाद की स्थितियां निर्मित होने लगी है. बुधवार को सुबह सब खरीदी केंद्रों पर अपनी ट्रालियां लेकर पहुंचे. किसानों के गेहूं को सर्वेयर ने अमानक बताया, तो किसान भरी ट्राली लेकर सीधे कलेक्ट्रेट आ गए. जहां उन्होंने अधिकारियों को खरीदी में आ रही समस्याओं से अवगत कराते हुए खरीदी में लगे अधिकारियों पर सांठगांठ के आरोप लगा दिए.
किसानों का कहना है कि खरीदी केंद्रों पर जो सर्वेयर नियुक्त किए गए हैं, वह उनके गेहूं में सफेद गेहूं की कुछ मात्रा को अमानक बताकर रिजेक्ट कर रहे हैं, जबकि पिछले कई सालों में इस तरीके का गेहूं मानक मानकर खरीदा जाता रहा है. किसानों की नाराजगी देखकर मौके पर तहसीलदार रोहित रघुवंशी और खरीदी से जुड़े कुछ अधिकारी पहुंचे. गेहूं के सैंपल लेकर टेस्टिंग के लिए एफसीआई पहुंचे, जहां विशेषज्ञों द्वारा गेहूं की टेस्टिंग की जा रही है.
किसानों का कहना है कि जो समितियों पर खरीदी कर गेहूं भंडारण के लिए एफसीआई गोदाम में भेजा गया है. उसकी क्वालिटी उनके लाए गए गेहूं की तुलना में घटिया है. इसके बाद भी सोसाइटी और अधिकारियों के बीच तालमेल ना बैठ पाने के कारण उनके गेहूं को रिजेक्ट किया जा रहा है. प्रदर्शन के दौरान किसानों और पुलिस के बीच धक्कामुक्की भी हुई.
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