अजय चंद्रवंशी, जशपुर. सरकार ने दूरस्थ अंचल तक बेहतर चिकित्सा सुविधा पहुंचाने के लिए सभी आवश्यक सुविधा के साथ नए भवन तो बनवा दिए, लेकिन स्वास्थ्य विभाग कर्मचारियों के अनुपस्थित रहने से मरीजों को यहां-वहां भटकना पड़ रहा है. ऐसा ही एक मामला कुनकुरी के उप-स्वास्थ्य केंद्र से सामने आया है.

ग्रामीणों का आरोप है कि स्वास्थ्य विभाग के CMHO के पास बार-बार लिखित शिकायत करने के बाद भी ग्रामीण क्षेत्रों में चिकित्सा व्यवस्था को दुरुस्त नहीं किया जा रहा है. बगीचा विकासखंड में 12 से ज्यादा उप स्वास्थ्य केंद्रों पर ताले लटके हुए हैं. ग्रामीणों का कहना है कि जिले में स्वास्थ्य विभाग के उच्च अधिकारियों की लापरवाही के कारण यंहा गरीब परिवारों के लिए चिकित्सा सुविधा एक सपना बन कर रह गया है. कागजों में यहां ग्रामीणों के लिए तमाम सुविधाएं हैं लेकिन उन सुविधाओं का इस्तेमाल इनके इलाज के लिए नहीं किया जाता. ना ही व्यवस्थाओं का क्रियान्वयन किया जा रहा है.

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इलाज के लिए 20 किमी का सफर

कुनकुरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अंतर्गत उपस्वास्थ्य केंद्र करमा में भवन तो बन गया है, लेकिन इलाज यहां पर ना ही उपकरण हैं और ना ही स्टाफ है. ऐसे में ग्रामीणों को गांव से करीब 20 किलोमीटर दूर कुनकुरी जाना पड़ता है.

सोशल मीडिया पर फोटो डालकर की जा रही औपचारिकता

इस संबंध में विभाग के BMO और CMHO को कई बार यहां की समस्याओं को अवगत कराया जा चुका है. लेकिन अधिकारियों की लापरवाही का खमियाजा ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है. पिछले दिनों इस क्षेत्र के जनपद सदस्य अजय सूर्यवंशी ने स्वास्थ्य विभाग की लचर व्यवस्था के संबंध में कलेक्टर रितेश अग्रवाल को शिकायत की थी. इस पर स्वास्थ्य विभाग के उच्च अधिकारियों द्वारा सोशल मीडिया पर स्वास्थ्यकर्मियों की फोटो डालकर ही उपस्थिति की औपचारिकता पूरी की जा रही है.